उम्र के साथ घुटनों में दर्द की समस्या पैदा होने लगती है। आपको पैर में दर्द और चलने में दिक्कत हो रही है, तो डॉक्टर को दिखाएं और घुटने का सीटी स्कैन करवा लें।
उम्र के साथ-साथ घुटनों के जोड़ में मौजूद ग्रीस (साइनोवियन फ्लुइड) घटने लगती है जो घुटनों में होने वाले दर्द का कारण बन जाती है। आप अपनी मां को घुटनों की गर्म सिकाई करने के लिए कहें, इसी के साथ उन्हें पैरों को क्रॉस करके बैठने, पालथी मारकर बैठने, फर्श पर बैठने के लिए मना करें और उन्हें ज्यादा से ज्यादा आराम करने के लिए कहें।
घुटनों को मोड़ते समय जो ध्वनि होती है उसे क्रेपिटस ध्वनि कहते हैं। अगर आपको क्रेपिटस ध्वनि के साथ पैर में दर्द भी महसूस होता है, तो आपको घुटनों की जांच करवा लेनी चाहिए। फिजियोथैरेपी की मदद से घुटने के दर्द को कम किया जा सकता है। इसके लिए आप फिजियोथैरेपिस्ट को दिखाएं। घुटनों के दर्द के लिए आप बटक किक्स एक्सरसाइज कर सकते हैं, यह एक्सरसाइज जोड़ों पर किसी तरह का दबाव बनाए बिना घुटने के पीछे की नसों को मजबूती देता है, इससे घुटने की गतिशीलता बढ़ती है और रक्त प्रवाह को बेहतर करने में मदद करती है। इस एक्सरसाइज को करने के लिए सबसे पहले फर्श या बेड पर पेट के बल लेट जाएं। अपने पैरों को सीधा रखें। अब अपने पैरों को उठाएं और नितंब की ओर लाने की कोशिश करें। जितना संभव हो नितंब की ओर ले आएं। धीरे-धीरे पहली वाली स्थिति में लौट आएं। इस एक्सरसाइज को 10 से 25 बार करें।
आप घुटनों को मजबूती देने वाली एक्सरसाइज करें जो आपको दोबारा दर्द होने से बचाएगी। इसके साथ आप घुटनों पर गर्म सिकाई करें। अगर इसके बाद भी आपको दर्द होता है, तो अपना विटामिन-बी12 और विटामिन-डी टेस्ट करवा लें।
लगातार सफर तय करने से आपकी मांसपेशियां कठोर हो सकती हैं, जिस वजह से आपको पैरों में दर्द हो जाता है। इसलिए आप लगातार सफर करने से बचें और घुटनों के लिए खिंचाव वाली एक्सरसाइज करें। यह आपके घुटने के लिए फायदेमंद हो सकती है। घुटनों के दर्द के लिए आप बटक किक्स एक्सरसाइज कर सकते हैं, यह एक्सरसाइज जोड़ों पर किसी तरह का दबाव बनाए बिना घुटने के पीछे की नसों को मजबूती देता है, घुटने की गतिशीलता बढ़ती है और रक्त प्रवाह को बेहतर करने में मदद करती है। इस एक्सरसाइज को करने के लिए सबसे पहले फर्श या बेड पर पेट के बल लेट जाएं। अपने पैरों को सीधा रखें। अब अपने पैरों को उठाएं और नितंब की ओर लाने की कोशिश करें। जितना संभव हो नितंब की ओर ले आएं। धीरे-धीरे पहली वाली स्थिति में लौट आएं। इस एक्सरसाइज को 10 से 25 बार करें।
इस उम्र में घुटनों में दर्द होना थोड़ा असामान्य है। ब्लड सर्कुलेशन घटने की वजह से अक्सर मध्यम आयु वर्ग वाले लोगों के पैर सुन्न हो जाते हैं। आप कुछ हफ्तों तक पैरों को क्रॉस करके बैठने से बचें, फर्श पर न बैठें, नियमित रूप से टहलने जाएं, यदि संभव हो तो साइकिलिंग करें और पैरों की गर्म सिकाई भी करें। आप घुटनों का एक्स-रे करवा लें और रिपोर्ट के साथ डॉक्टर से मिलें।
घुटनों में दर्द होना खुद ही गठिया रोग का एक लक्षण है। इसके अन्य लक्षणों में घुटनों में सूजन, घुटने को मूव करने पर आवाज होना आदि हैं। आप डॉक्टर से मिलकर अपने घुटनों का एक्स-रे करवा लें। बॉडी मास्क इंडेक्स के अनुसार हाइट के हिसाब से वजन का सही संतुलन होना चाहिए। अगर आपका वजन आपकी हाइट (बॉडी मास्क इंडेक्स) के हिसाब से अधिक है, तो घुटनों के दर्द का यह मुख्य कारण हो सकता है। वजन को कम करें, कुछ हफ्तों तक पैरों को क्रॉस करके बैठने से बचें, नियमित रूप से टहलने जाएं, यदि संभव हो तो साइकिलिंग करें और पैरों पर गर्म सिंकाई करें। दर्द कम करने वाले जेल का इस्तेमाल करें।