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गुर्दा प्रत्यारोपण (Kidney Transplantation) एक सर्जिकल प्रक्रिया है जो गुर्दे के फेलियर (Kidney Failure) के इलाज के लिए की जाती है। गुर्दे रक्त से अपशिष्ट (Waste; वेस्ट) को फिल्टर करते हैं और मूत्र के माध्यम से इसे शरीर से हटा देते हैं। वे आपके शरीर के द्रव और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस (Electrolyte Balance) को बनाए रखने में भी सहायता करते हैं। यदि आपके गुर्दे काम करना बंद कर देते हैं तो शरीर में अपशिष्ट बढ़ जाता है और आपको बहुत बीमार कर सकता है।
जिन लोगों के गुर्दे फेल हो गए हों उन्हें आमतौर पर डायलिसिस (Dialysis) नामक एक उपचार से गुजरना पड़ता है। जब गुर्दे काम करना बंद कर देते हैं, तो यह उपचार रक्तप्रवाह में बनने वाले अपशिष्ट को यांत्रिक रूप से फ़िल्टर कर देता है। कुछ लोग जिनके गुर्दे फेल हो चुके हैं, उन्हें गुर्दा प्रत्यारोपण के लिए भी कहा जा सकता है, जिसमें एक या दोनों गुर्दों को जीवित या मृतक व्यक्ति द्वारा डोनेट किये हुए अंग से प्रस्थापित कर दिया जाता है।
गुर्दा प्रत्यारोपण डायलिसिस मशीन पर आजीवन निर्भरता और उसके प्रयोग से जुड़े कड़े शिड्यूल से छुटकारा दिला सकता है। इससे आपका जीवन अधिक सक्रिय हो सकेगा। हालाँकि गुर्दे का प्रत्यारोपण सबके लिए उचित नहीं है।
प्रत्यारोपण के दौरान, सर्जन डोनेट किया हुआ गुर्दा आपके शरीर में लगा देगा। भले ही मनुष्य का जन्म दो गुर्दों के साथ होता है, लेकिन वो एक स्वस्थ गुर्दे पर भी जी सकते हैं। प्राप्तकर्ता को आम तौर पर एक ही गुर्दा मिलता है। दुर्लभ स्थितियों में, उसे किसी मृत डोनर से दोनों गुर्दे मिल सकते हैं। रोगग्रस्त गुर्दों को आम तौर पर उनकी जगह पर ही छोड़ दिया जाता है। प्रत्यारोपित गुर्दे पेट के निचले हिस्से में आगे की तरफ लगा दिए जाते हैं।
गुर्दे का प्रत्यारोपण उन मरीज़ों के लिए एक विकल्प है जिनके गुर्दे पूरी तरह से काम करना बंद कर चुके हैं। इस स्थिति को अंत-स्तरीय गुर्दे की बीमारी (End-Stage Renal Disease, ESRD Or End-Stage Kidney Disease, ESKD) कहा जाता है। इस स्थिति पर पहुँचने पर डॉक्टर आपको डायलिसिस का सुझाव दे सकते हैं।
डायलिसिस के अतिरिक्त डॉक्टर यह भी देखते हैं कि गुर्दे का प्रत्यारोपण आपके लिए उचित है या नहीं। एक बड़ी सर्जरी से गुजरने के लिए और आजीवन दवाओं का सेवन करने के लिए आपका स्वस्थ होना आवश्यक है।
अगर आपको कोई गंभीर मेडिकल समस्या है तो, गुर्दे का प्रत्यारोपण आपके लिए खतरनाक सिद्ध हो सकता है और इसके असफल होने की भी सम्भावना है। निम्न स्थितियों में आप गुर्दे का प्रत्यारोपण नहीं करवा सकते:
सर्जरी की तैयारी के लिए आपको निम्न कुछ बातों का ध्यान रखना होगा और जैसा आपका डॉक्टर कहे उन सभी सलाहों का पालन करना होगा:
इन सभी के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लिंक पर जाएँ - सर्जरी से पहले की तैयारी
अगर आप किसी शवदायी डोनर (Cadaver Donor) द्वारा गुर्दे प्रत्यापित किये जाने का इंतज़ार कर रहे हैं जिसके ऊतकों का प्रकार आपसे मैच कर जाये तो ऐसे में आपको जैसे ही अस्पताल से डोनर के मिलने की खबर मिले उस ही वक़्त तुरंत अस्पताल पहुंचना होगा। उसके बाद जैसे जीवित डोनर की जांच के दौरान एंटीबॉडीज टेस्ट्स किये जाते हैं वैसे ही इसमें भी किये जायेंगे। परिणाम उचित होने पर सर्जरी शुरू की जा सकती है।
जैसे ही एनेस्थीसिया अपना प्रभाव दिखाना पूरी तरह शुरू करदे, सर्जन पेट में एक चीरा काटते हैं। फिर डोनर के गुर्दे/ गुर्दों को अंदर रखा जाता है। उसके बाद डॉक्टर आपकी धमनियों और नसों से डोनर के गुर्दे/ गुर्दों की धमनियां और नसें जोड़ते हैं। इससे नए गुर्दे में से रक्त का प्रवाह शुरू हो जाएगा। फिर नए गुर्दे की मूत्रनली को आपके मूत्राशय से जोड़ा जाएगा जिससे आप सामान्य रूप से मूत्रत्याग कर पाएंगे। मूत्रनली गुर्दे को मूत्राशय से जोड़ने वाली ट्यूब है। डॉक्टर आपके वास्तविक गुर्दों को शरीर में ही रहने देंगे जब तक कि वो उच्च रक्त चाप या संक्रमण जैसी परेशानियां न पैदा कर रहे हों। चीरे को सर्जिकल धागों की मदद से सिल दिया जायेगा।
होश आने के बाद अस्पताल का स्टाफ आपका शारीरिक परीक्षण करेंगे। रक्तचाप, नब्ज और श्वास स्थिर हो जाने पर आपको ICU में शिफ्ट किया जायेगा ताकि आपकी स्थिति पर और ढंग से निगरानी की जा सके। कुछ समय बाद आपको अस्पताल के सामान्य कमरे में शिफ्ट कर दिया जायेगा। प्रत्यारोपण के बाद अगर आप बहुत अच्छा भी महसूस करते हैं (जैसा कि अक्सर लोग करते हैं), फिर भी आपको लगभग एक हफ्ते तक अस्पताल में ही रहना होगा।
अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले डॉक्टर आपको अच्छे से समझायेंगे कि कौन सी दवा कब लेनी है। आपको डॉक्टर द्वारा निर्धारित हर निर्देश का पालन करना होगा।
आपको दवाओं कड़े शिड्यूल का आजीवन पालन करना होगा। आपको प्रतिरक्षा दमनकारी दवाएं (Immunosuppressant Drugs; रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करके या प्रतिरक्षा प्रणाली की कार्यवाही को बाधित करके काम करने वाली दवाएं) दी जाएँगी जिससे नए गुर्दे के अग्रहण को रोका जा सके। संक्रमण से बचने के लिए भी अन्य दवाएं निर्धारित की जाएँगी। दर्द से बचने के लिए डॉक्टर दर्द निवारक दवाएं भी निर्धारित कर सकते हैं।
जैसा की उपर्लिखित है, आपके शरीर में नए गुर्दे के अग्रहण को रोकने के लिए आपको आजीवन दवाओं का सेवन करना होगा। हर व्यक्ति की इन दवाओं के प्रति अलग प्रतिक्रिया हो सकती है।
नयी अग्रहण रोधी दवाएं विकसित और अनुमोदित की जा रहीं हैं। आपके शरीर की ज़रूरतों के हिसाब से आपके लिए दवाएं निर्धारित की जाएँगी।
आम तौर पर शुरुआत में कई सारी अग्रहण रोधी दवाएं दी जाती हैं। इन दवाओं की खुराक को आपके द्वारा होने वाले प्रभाव के अनुसार बदलते रहते हैं। क्योंकि अग्रहण रोधी दवाएं प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करती हैं जिससे आपके शरीर में संक्रमण का जोखिम बढ़ जाता है इसलिए संक्रमण रोधी दवाएं भी दी जाती हैं। अग्रहण रोकने और संक्रमण के प्रति अतिसंवेदनशील होने में संतुलन बनाये रखना अत्यंत आवश्यक है।
आपको थ्रश (Thrush; मुँह में खमीर संक्रमण), दाद या श्वसन वायरस (Respiratory Virus) जैसे संक्रमण का जोखिम ज़्यादा होता है। कुछ महीनों तक कोशिश करें कि आप भीड़ में न जाएँ या ऐसे किसी ऐसे व्यक्ति के पास न जाएँ जिसे संक्रमण हो।
बुखार और गुर्दे के ऊपर की त्वचा पर संवेदनशीलता अग्रहण के सबसे आम लक्षण हैं। रक्त में क्रिएटिनिन दर (Blood Creatinine Level) का बढ़ना (गुर्दे की कार्यवाही की जांच के लिए रक्त परीक्षण) और/ या रक्त चाप का बढ़ना भी अग्रहण की वजह से हो सकता है। अग्रहण के लक्षण भी अन्य सामान्य मेडिकल परेशानियों जैसे ही लगते हैं। कोई भी परेशानी होने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
आपको पहले कुछ महीनों तक डॉक्टर से नियमित रूप से मिलते रहना होगा। पूरी तरह रिकवर होने में छह महीने लग सकते हैं।
गुर्दे का प्रत्यारोपण एक बड़ी सर्जरी है। इसलिए इसमें जोखिम भी होते हैं:
कोई भी जटिलता या दुष्प्रभाव होने पर अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।