हॉट फ्लैश में तेज़ गर्माहट का अनुभव होता है जो की बाहरी कारणों की वजह से नहीं होता है। यह थोड़ी थोड़ी देर में महसूस होता रहता है।

हॉट फ्लैशेस रजोनिवृत्ति का सामान्य लक्षण है। इस दौरान महिलायें दिन में कई बार हॉट फ्लैशेस का अनुभव करती हैं। सामान्यतः हॉट फ्लैश किसी को भी महसूस हो सकते हैं। और ये कितने समय के लिए रहते हैं ये निर्भर करता है कि ये किस कारण से हैं।

  1. हॉट फ्लैशेस के लक्षण - Symptoms of Hot Flashes in Hindi
  2. हॉट फ्लैशेस के कारण - Hot Flashes Causes in Hindi
  3. हॉट फ्लैशेस के उपचार - Hot Flashes Treatment in Hindi
  4. हॉट फ्लैशेस से बचने के उपाय - Hot Flashes Prevention in Hindi

हॉट फ्लैशेस के कुछ लक्षण इस प्रकार हैं :

  1. त्वचा का अचानक गर्माहट महसूस करना।
  2. शरीर के ऊपरी भाग में पसीना अधिक आना।
  3. चेहरे, गर्दन, कानों, सीने, और अन्य भागों में अत्यधिक गर्मी लगना।
  4. उँगलियों में झनझनाहट होना।
  5. हृदय गति सामान्य से अधिक होना।
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आपके शरीर में हार्मोनल बदलाव हॉट फ्लैशेस का कारण माने जाते हैं। यह प्रतिक्रिया निम्नलिखित कारणों से हो सकती है:

  1. मसालेदार भोजन
  2. शराब
  3. गर्म पेय
  4. कैफीन
  5. कमरे का अधिक तापमान
  6. धूम्रपान
  7. टाइट कपड़े पहनना
  8. तनाव और चिंता
  9. गर्भावस्था, विशेष रूप से पहली और दूसरी तिमाही के दौरान (और पढ़ें - प्रेगनेंसी में पेट दर्द हो तो क्या करे और लड़का पैदा करने के उपाय)
  10. हाइपर-थाइरॉइडिस्म (थाइरोइड हार्मोन का अधिक बनना)
  11. कीमोथेरपी
  12. रीढ़ की हड्डी में घाव होने से
  13. कुछ दवाओं की प्रतिक्रिया स्वरुप

यदि आपको लगातार हॉट फ्लैशेस का अनुभव हो रहा है तो डॉक्टर से संपर्क करें।

हॉट फ्लैशेस का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि वो किस कारण उत्पन्न हुए हैं। आप घर पर ही कुछ सावधानियां बरत कर इन्हें नियंत्रित कर सकते हैं। यदि ये अधिक जटिल हो जाते हैं तो आप डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। कुछ लोग बिना जाने उपाय करने लगते हैं जो बिलकुल गलत है। इसलिए कोई भी उपाय करने से पहले डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें।

हॉट फ्लैशेस दूर करे हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी - Hormone Replacement Therapy for Hot Flashes in Hindi

एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ा के हॉट फ्लैशेस को बड़ी आसानी से दूर किया जा सकता है। इसलिए सबसे पहले हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का ही निर्देश दिया जाता है। एस्ट्रोजेन अकेले भी लिया जाता है और प्रोजेस्टेरोन के साथ भी। जिन महिलाओं का गर्भाशय (बच्चेदानी) निकाल दिया गया है वो एस्ट्रोजेन अकेले ले सकती हैं जबकि अन्य को एस्ट्रोजेन, प्रोजेस्टेरोन के साथ लेना चाहिए। जिन महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर या खून के थक्के जमने की शिकायत हो या कभी रही हो उनको एस्ट्रोजेन नहीं लेना चाहिए। एस्ट्रोजन लेना भविष्य में सेहत के लिए नुकसानदेह भी हो सकता है। इससे हृदय रोग, ब्रेस्ट कैंसर, खून के थक्के जमना आदि शिकायतें हो सकती हैं।

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हॉट फ्लैशेस से छुटकारा दिलाये सोया - Soy for Hot Flashes in Hindi

सोया में बड़ी मात्रा में फाइटोइस्ट्रोजेन्स होते हैं, जो शरीर में एस्ट्रोजेन की तरह कार्य करते हैं। सोया में आइसोफ्लेवोन्स (isoflavones) अधिक होता है जो शरीर में एस्ट्रोजेन रिसेप्टर्स को बांधता है। यह हॉट फ्लैशेस को कम करता है। सोया युक्त खाद्य पदार्थों में सोयाबीन मिल्क, टोफू, टेम्पेह और उबले हुए सोयाबीन प्रमुख हैं।

हॉट फ्लैशेस दूर करने में असरदार हैं ब्लैक कोहोश - Black Cohosh for Hot Flashes in Hindi

ब्लैक कोहोश हॉट फ्लैशेस और रजोनिवृत्ति के उपचार के लिए प्रसिद्ध है। यह पौधों की जड़ है जो कैप्सूल और चाय के रूप में भी उपयोग की जाती है। रिसर्चों के अनुसार, यह एस्ट्रोजेन रिसेप्टर्स को बांधता है और सेरोटोनिन रिसेप्टर्स को उत्तेजित करता है। ब्लैक कोहोश के कुछ नुकसान भी सामने आए हैं जिनमें पेट में दर्द, पीलिया, गाढ़ा मूत्र, सिरदर्द, रैशेस, और एक बार लिवर फेलियर भी देखा गया है।

अवसादरोधी दवाओं की मदद से दूर करें हॉट फ्लैशेस - Antidepressants for Hot Flashes in Hindi

अवसादरोधी दवाएं महिलाओं में हॉट फ्लैशेस को एक हद तक कम करने में सहायक हैं। अवसादरोधी दवाएं रजोनिवृत्ति के लक्षणों (मूड बदलना, चिंता, अवसाद) में भी उपयोगी हैं। इन दवाओं के साइड इफेक्ट के रूप में कभी कभी कामेच्छा में कमी का सामना करना पड़ सकता है।

हॉट फ्लैशेस से कुछ उपाय करके बचा भी जा सकता है जो इस प्रकार हैं :

हॉट फ्लैशेस से बचाते हैं व्यायाम - Exercise Reduces Hot Flashes in Hindi

वैसे तो हॉट फ्लैशेस कभी भी हो सकते हैं लेकिन तनाव के कारण भी ये अधिक होते हैं। इसलिए तनाव कम करके भी इनसे बचा जा सकता है। इन उपायों को अपनाकर तनाव को कम किया जा सकता है :

  1. योग
  2. ध्यान (और पढ़ें - मेडिटेशन (ध्यान) क्या है)
  3. श्वास व्यायाम / प्राणायाम 
  4. टहलने से

इन उपायों से नींद भी अच्छी आती है। खुले में समय बिताने से, किताबें पढ़ने से, संगीत सुनने से भी शरीर को आराम मिलता है।

हॉट फ्लैशेस से बचने के लिए शरीर का तापमान रखें कम - Low Body temperature reduces Hot Flashes in Hindi

शरीर का अधिक तापमान भी हॉट फ्लैशेस का कारण बन सकता है। अपने कमरे को ठंडा रखें। शरीर का तापमान कम रखने के लिए हल्के और ढीले कपड़े पहनें। अन्य कपड़ों की बजाय कॉटन के कपड़े इस समस्या में आराम पहुंचते हैं।

अगर बचना है हॉट फ्लैशेस से तो मसालेदार खाना न खायें - Avoid Foods that Cause Hot Flashes in Hindi

कुछ आहार और पेय आपके शरीर के मेटाबोलिज्म को बढ़ा देते हैं जो हॉट फ्लैशेस होने का बहुत बड़ा कारण है। मसालेदार भोजन, कैफीन युक्त पेय, और शराब का सेवन हॉट फ्लैशेस को बढ़ावा देते हैं। ताज़ी सब्ज़ियों, फलों, और साबुत अनाजों, की मदद से हॉट फ्लैशेस से बचा जा सकता है। ऐसे पेय पदार्थ जो हॉट फ्लैशेस का कारण हैं उनसे दूर रहें। ठंडे पेय को नियमित रूप से लेने से आपके शरीर का तापमान सामान्य रहेगा जिससे हॉट फ्लैशेस नहीं होंगे।

हॉट फ्लैशेस से बचने के लिए छोड़ें धूम्रपान - Quitting Smoking for Hot Flashes in Hindi

धूम्रपान भी हॉट फ्लैशेस का एक कारण है। बल्कि यह हॉट फ्लैशेस होने की सम्भावना को बढ़ाता है। इसलिए धूम्रपान से दूर रहकर भी हॉट फ्लैशेस की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। धूम्रपान छोड़कर हृदय रोग, स्ट्रोक और कई प्रकार के कैंसर से भी बचा जा सकता है। (और पढ़ें - धूम्रपान छोड़ने के लिए घरेलू उपचार)

संदर्भ

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