अक्‍सर छाती में भारीपन और बिना ज्‍यादा काम किए थकान महसूस होना हार्ट अटैक के संकेत हो सकते हैं, जिन्हें कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। हार्ट अटैक के संकेत महिलाओं और पुरुषों में भिन्न होते हैं। ऐसा जरूरी नहीं है कि महिलाओं को भी हार्ट अटैक आने पर बाएं हाथ की ओर दर्द होने जैसे संकेत महसूस हों।

हृदय रोग का इलाज जानने के लिए कृपया यहां दिए लिंक पर क्लिक करें।

आज इस लेख में आप विस्तार से जानेंगे कि हार्ट अटैक आने पर महिलाओं में क्या-क्या लक्षण नजर आ सकते हैं -

(और पढ़ें - दिल का दौरा पड़ने पर क्या करें)

  1. अधिक उम्र की महिलाओं को ज्यादा खतरा
  2. महिलाओं को हार्ट अटैक से पहले मिलते हैं ये 6 संकेत
  3. लक्षणों का पता चलने पर क्या करें
  4. सारांश
  5. हार्ट अटैक के ये 6 संकेत महिलाएं न करें नजरअंदाज के डॉक्टर

65 वर्ष या इससे अधिक उम्र की महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है। जीवनशैली सम्बन्धी विकारों के कारण युवा महिलाओं में भी हार्ट अटैक के लक्षण दिख सकते हैं। ये बात साबित हो चुकी है कि जीवनशैली से जुड़ी आदतों में सुधार लाकर हृदय रोग से जुड़े खतरों को कम किया जा सकता है।

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Hridyas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं में सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।

अगर किसी महिला को हार्ट अटैक से जुड़े संकेत मिल रहे हैं, तो उन्‍हें इसे नजरअंदाज करने की बजाय तुरंत डॉक्‍टर से इस बारे में बात करनी चाहिए। डॉक्टर को इन लक्षणों के बारे में बता कर आप अपने स्‍वास्‍थ्‍य स्थिति को जान सकती हैं। ये लक्षण कुछ इस प्रकार हो सकते हैं -

  1. छाती में दर्द होना
  2. हाथ, कमर, गले और जबड़े में दर्द होना
  3. पेट में दर्द होना
  4. सांस लेने में तकलीफ, जी मिचलाना और चक्कर आना
  5. अधिक पसीना आना
  6. अधिक थकान महसूस होना

छाती में दर्द होना

छाती में दर्द हार्ट अटैक का सामान्य लक्षण है। हालांकि, ये दर्द ऐसे समय पर उठता जिससे आपको हार्ट अटैक का संदेह नहीं हो सकता है। शुरुआत में यह दर्द सिर्फ बाईं तरफ न होकर छाती में कहीं भी हो सकता है। दूसरी बात, छाती में भारीपन या दबाव जैसा महसूस होगा।

(और पढ़ें - छाती में दर्द होने पर क्या करें)

हाथ, कमर, गले और जबड़े में दर्द होना

यह दर्द थोड़े-थोड़े समय में उठता रहता है। ये दर्द लगातार हो सकता है या थोड़ी देर होकर बंद भी हो सकता है। यह दर्द कहीं भी हो सकता है जिसमें हाथ, कमर, गर्दन और यहां तक कि जबड़ा शामिल है। कभी-कभी दर्द इतना ज्‍यादा नहीं होता है कि उसे समझा या पहचाना जा सके लेकिन कोई मेहनत वाला काम करने के दौरान असहज महसूस हाोना शुरू हो जाता है या स्थिति बहुत खराब हो जाती है। इस दर्द की वजह से आपकी नींद भी टूट सकती है। जबड़े में दाईं और बाईं दोनों तरफ ही दर्द हो सकता है।

पेट में दर्द होना

इसमें पेट दर्द होने पर उसे सीने में जलन या पेट में अल्‍सर या फ्लू समझ लिया जाता है। इसकी वजह से आपको पेट में भारीपन भी महसूस हो सकता है। आपको पेट पर कोई भारी वजन रखने जैसा अहसास होगा।

सांस लेने में तकलीफ, जी मिचलाना और चक्कर आना

कई बार आपको ऐसी स्थिति में भी सांस लेने में दिक्कत हो सकती है जिसके बारे में आपने सोचा ना हो, जैसे कि नींद के दौरान। हालांकि, समय के साथ सांस लेने में तकलीफ और ज्‍यादा बढ़ जाती है। आपको बिना किसी कारण के तनाव भी महसूस हो सकता है।

(और पढ़ें - चक्कर आने पर क्या करें)

अधिक पसीना आना

ठंडे कमरे में बैठने पर भी पसीना आ सकता है। बेवजह घबराहट होना, ज्यादा पसीना आना और शरीर का ठंडा पड़ जाना महिलाओं में हार्ट अटैक के संकेत होते हैं। आपको लगेगा कि ये पसीना तनाव की वजह से आ रहा है। आपको बता दें कि हार्ट अटैक की वजह से आने वाला पसीना गर्मी लगने या दौड़ लगाने से आए पसीने से अलग होता है।

अधिक थकान महसूस होना

दिनभर में महिलाएं कई काम करती हैं और इस वजह से भी उन्‍हें बहुत ज्‍यादा थकावट महसूस हो सकती है। एक समय पर एक से ज्‍यादा काम संभालने की वजह से महिलाओं को सामान्‍य से ज्‍यादा थकान हो सकती है। लेकिन अगरी आपको बहुत ज्‍यादा काम या मेहनत करने पर भी थकान महसूस हो रही है तो ये चिंता का विषय है।

उपरोक्‍त में से कोई भी लक्षण महसूस तो तुरंत इसका इलाज करवाएं और अस्‍पताल जाने में देरी ना करें। खुद अकेले अस्पताल ना जाएं। हो सकता है कि शुरूआत में आपको ज्‍यादा गंभीर लक्षण महसूस ना हों लेकिन रास्‍ते में दर्द बढ़ जाए। गाड़ी चलाते समय दर्द बढ़ना और भी ज्‍यादा खतरनाक साबित हो सकता है। किसी भी तरह की देरी से बचने के लिए आपको एंबुलेंस की मदद लेनी चाहिए।

हार्ट अटैक के लक्षणों की पहचान कर कोई भी महिला अपनी जान बचा सकतीं हैं। इन लक्षणों को अनदेखा बिलकुल न करें, ऐसा करना जीवन के लिए घातक हो सकता है। इसलिए, हृदय से संबंधित कोई भी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय रहते इलाज मिलने से बड़ी समस्या को होने से रोका जा सकता है।

(और पढ़ें - कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में क्या अंतर है)

Dr. Farhan Shikoh

कार्डियोलॉजी
11 वर्षों का अनुभव

Dr. Amit Singh

कार्डियोलॉजी
10 वर्षों का अनुभव

Dr. Shekar M G

कार्डियोलॉजी
18 वर्षों का अनुभव

Dr. Janardhana Reddy D

कार्डियोलॉजी
20 वर्षों का अनुभव

और पढ़ें ...
ऐप पर पढ़ें