गैस हर किसी को होती है। यह स्थिति काफी परेशान कर देने वाली तथा कभी-कभी शर्मिंदगी का कारण बन सकती है। लेकिन यह जीवन के लिए घातक या गंभीर स्थिति नहीं होती है। शरीर के अंदर की गैस डकार के साथ या गुदा से होते हुऐ शरीर से बाहर निकलती है। ऐसी कोई भी समस्या जिससे कब्ज या दस्त होती है अथवा गैस बनती है तो ये समस्या गैस से होने वाले दर्द का कारण बन सकती है।
ज्यादातर लोग दिन में कम से कम 10 बार गैस पास करते हैं। गैस के दर्द की जांच करने के लिए डॉक्टर आपके स्वास्थ्य इतिहास के बारे में जानकारी लेते हैं और आपका शारीरिक परीक्षण करते हैं। शारीरिक परीक्षण के लिए डॉक्टर कुछ टेस्ट जैसे पेट का एक्स रे, कोलोनोस्कोपी और बेरियम स्वालो (बेरियम पिलाना) आदि कर सकते हैं।
गैस का दर्द काफी गंभीर व तीव्र हो सकता है, जो कई गंभीर बीमारियों से होने वाले दर्द के जैसा प्रतीत होता है, जैसे अपेंडिक्स, पित्त की पथरी और यहां तक की हृदय रोग आदि। यदि आपको गैस की समस्या है, तो आपको कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए जैसे भोजन धीरे-धीरे खाना, चुइंगम ना चबाना और सिगरेट आदि ना पीना। इसके अलावा कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थ भी हैं, जो गैस की समस्या से ग्रस्त लोगों को नहीं खाने चाहिएं जैसे प्याज, लहसुन, बीन्स और दूध से बने उत्पाद आदि।
अक्सर खाने-पीने की आदतों में थोड़ा बहुत बदलाव करने से परेशान कर देने वाले गैस के दर्द को कम किया जा सकता है। भोजन को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में करके कई बार खाना, दिन में कम से कम 3 से 4 लीटर पानी पीना, खूब मात्रा में फल व सब्जियां खाना और नियमित रूप से एक्सरसाइज करना आदि इसके कुछ उदाहरण हैं।
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