फंगल एजेंट की वजह से जब बालों में इन्फेक्शन होता है, तो इसे ट्राइकोमाइकोसिस कहा जाता है। अगर फंगल इन्फेक्शन की वजह से बाल झड़ रहे हैं तो उसका जल्द इलाज किया जाना चाहिए वरना कम समय में ही ज्यादा बाल झड़ जाते हैं या फिर स्कैल्प को नुकसान होने लगता है।
तेल, सिर में गंदगी जमना और डेड सेल्स यानी मृत कोशिकाओं की वजह से स्कैल्प में आसानी से फंगल इन्फेक्शन हो सकता है। तमाम फंगल इन्फेक्शन में सबसे सामान्य है दाद। यह बालों के साथ-साथ स्कैल्प को भी प्रभावित करता है। इसके उपचार के लिए पूरी तरह बाजार में उपलब्ध उत्पादों पर ही निर्भर रहना सही नहीं है। इससे बाल खुश्क, रूखे और बेजान हो सकते हैं। बालों में फंगल इन्फेक्शन होने पर कुछ घरेलू उपायों को आजमा सकते हैं जैसे नारियल तेल, नीबू, आलिव आयल, नीम का तेल, कास्टर आयल वगैरह लगाना। इन तेलों के नियमित इस्तेमाल से फंगल इन्फेक्शन को फैलने से भी रोका जा सकता है।
मुंह और जीभ में जब ईस्ट शेप का फंगल इन्फेक्शन ग्रो कर जाता है, इसे थ्रश कहा जाता है। थ्रश आमतौर पर छोटे बच्चे और नए जन्मे शिशु को होता है, लेकिन उन्हें यह नुकसान नहीं पहुंचाता। हालांकि वयस्कों में जब यह समस्या आती है तो उन्हें कई तरह की परेशानियों को झेलना पड़ सकता है। थ्रश होने पर मुंह में दाने होने लगते हैं, मुंह में दर्द होता है। सवाल है थ्रश क्यों होता है, तो इसकी वजह है बीमारी, गर्भावस्था, दवाओं का अत्यधिक सेवन, धूम्रपान आदि।
जैसा कि आप जानते ही हैं कि फंगल इन्फेक्शन शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकता है। फंगाई आमतौर पर शरीर में और विभिन्न जीवाणुओं के साथ मौजूद होते हैं। जब फंगाई ग्रो करते हैं, तो इससे आप संक्रमित हो सकते हैं। हाथ के नाखूनों या पैर के नाखूनों को ओनिकोमिकोसिस नाम का फंगल इन्फेक्शन प्रभावित करता है, जिसे टिनिया अनगियम भी कहते हैं। फंगल इन्फेक्शन नाखूनों को बहुत धीरे-धीरे प्रभावित करते हैं। यही वजह है कि नाखूनों में फंगल इन्फेक्शन होने पर बहुत दिनों तक इसके असर का पता नहीं चलता। संक्रमण होने पर शायद ही आपको शुरुआती दिनों में किसी तरह के बदलाव अपने नाखूनों में देखने को मिले। जहां तक इसके उपचार की बात है, तो नाखूनों पर फंगल इन्फेक्शन होने पर एंटीफंगल ट्रीटमेंट लिया जाता है। हालांकि यह ट्रीटमेंट लंबे समय तक चल सकता है और महंगा भी होता है। इसके साथ ही नाखूनों पर लगाने के लिए आएंटमेंट का इस्तेमाल भी किया जाता है। घरेलू उपचार की मदद से भी नाखूनों के संक्रमण को कुछ कम किया जा सकता है मसलन विक्स वेपरअब लगाएं। हालांकि इसका खांसी के लिए इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यह फंगस ट्रीटमेंट के लिए भी उपयोगी है। ओरीगेनो आयल, ओलिव आयल और सनफ्लावर आयल भी नाखूनों के फंगल इन्फेक्शन पर कारगर साबित होते हैं। इसके साथ ही अपने नाखूनों को साफ रखें।
फंगल इन्फेक्शन होने की कई वजह हो सकती हैं। हालांकि ज्यादातर फंगल इन्फेक्शन को सही उपचार के जरिए ठीक किया जा सकता है। लेकिन यह जानना भी जरूरी है कि फंगल संक्रमण का शिकार सबसे ज्यादा कौन हो सकता है। जानिए इस बारे में-
संक्रमित नाखून सामान्य नाखूनों की तुलना में ज्यादा मोटे होते हैं और सामने की ओर से टेड़े-मेड़े होते हैं। संक्रमित नाखून आसानी से टूट सकते हैं। ये दिखने में पीले होते हैं। कई बार संक्रमित नाखूनों पर सफेद-सफेद पैच नजर आते हैं और दिखने में सामान्य नाखूनों से ज्यादा बड़े लगते हैं। संक्रमण अगर नाखून नीचे होने लगे तो इससे नाखून ढीले होकर स्किन से अलग हो जाते हैं। कई बार संक्रमण नाखून की वजह से त्वचा तक भी फैल सकता है।
फंगल इन्फेक्शन का ट्रीटमेंट सामान्य रूप से बहुत आसान होता है और इसका प्रभाव भी नजर आने लगता है। लेकिन जैसा कि आप बता रहे हैं कि दवा लेने के बावजूद आपको असर नहीं हो रहा है, तो यह समझने की कोशिश करें कि दिक्कत कहां हो रही है? कहीं आपने खुद ही अपनी तरफ से कोई दवा तो नहीं लगाई थी? लोग अकसर ऐसा करते हैं। सबसे पहले तो आपको जिस हिस्से में फंगल इन्फेक्शन है, वहां साफ-सफाई रखें, लेकिन किसी साबुन का इस्तेमाल न करें और दवा नियमित रूप से 4 से 6 हफ्तों तक लगाएं। इसके अलावा आप ऐसे लोगों से दूर रहें जिन्हें फंगल इन्फेक्शन की समस्या है। आप टावल, ड्रेस किसी से शेयर न करें, वरना आपका इन्फेक्शन दूसरों को फैल सकता है।
आप इतना श्योर कैसे हैं कि आपको फंगल इन्फेक्शन है? क्या किसी डाक्टर से संपर्क कर आपको यह पता चला है या फिर खुद अनुमान लगा रहे हैं? वैसे अगर आप अपने फंगल इन्फेक्शन का यहां थोड़ा-बहुत भी डिस्क्रिप्शन देते, यह समझने में आसानी होती कि आपकी समस्या वाकई फंगल इन्फेक्शन की है या नहीं। बहरहाल बिना देखे आपको किसी भी तरह की दवा नहीं दी जा सकती। बेहतर होगा कि आप डाक्टर के पास जाकर अपना इलाज कराएं। फंगल इन्फेक्शन आसानी से और जल्दी ठीक हो जाता है।
नहीं, जिस लोशन का आप इस्तेमाल कर रहे हैं, वह सही नहीं है। वैसे फंगल इन्फेक्शन उन जगहों पर जयादा होता है जहां त्वचा में नमी बनी रहती है आपस में रगड़ लगती है। इसका रंग लाल या काला होता है। आपको इसके लिए डाक्टर के पास जाना चाहिए। वह आपकी सिचुएशन देखकर आपका प्रॅापर ट्रीटमेंट करेंगे। इस बीच आप अपनी कपड़े, साबुन, टावल परिवार के किसी सदस्य से शेयर न करें। हां, आप इस बात का भी ध्यान रखें कि फंगल इन्फेक्शन, एक्जिमा, बैक्टीरियल और वायरल इन्फेक्शन से अलग होते हैं। डाक्टर देखकर इस फर्क को आपको बता पाएंगे। इसलिए खुद ब खुद इसका इलाज न करें, वरना स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
फंगल इन्फेक्शन आसानी से एक से दूसरे को हो सकता है। आपको पहले से ही कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए थी जैसे अपने ड्रेस, बिस्तर, टावल आदि पत्नी से शेयर नहीं करने चाहिए थे। बहरहाल, जो हो गया है, उसे लेकर परेशान न हों। आप दोनों कुछ दिनों के लिए निम्न नियमों को सख्ती से पालन करें-
अगर फंगल इन्फेक्शन का ट्रीटमेंट पूरी तरह से न लिया जाए, तो यह दोबारा लौट आता है और सालों तक ठीक नहीं होता। इसलिए आप अपना ट्रीटमेंट पूरी तरह से लें। इसका ध्यान रखें कि आपकी चीजें कोई और यूज नहीं कर रहा है। सही ट्रीटमेंट के लिए बार-बार दवा बदलना भी सही नहीं है। इसके अलावा ऐसी कोई क्रीम न लगाएं जिसमें स्टेरोएड होता है।
आपके द्वारा दी गई जानकारी पर्याप्त नहीं है। इन्फेक्शन देखकर ही उसका ठीक-ठीक इलाज किया जा सकता है। लेकिन इस बीच आप अपनी हाईजीन का ख्याल रखें। प्राइवेट पार्ट को सूखा और साफ रखें। चिपके कपड़े पहनने से बचें। वैसे यह भी संभव है कि पूरी तरह ट्रीटमेंट न लिए जाने की वजह से यह समस्या हो रही है। ट्रीटमेंट कंप्लीट करें। इससे असर नजर आ सकता है।
बिल्कुल नहीं। sapat लोशन बिल्कुल सही नहीं है, क्योंकि इसमें स्ट्रॅान्ग एसिड होता है, जिससे आपकी त्वचा जल सकती है। इसे कभी भी अपने प्राइवेट पार्ट में यूज न करें। आपको शायद टिनिआ क्रूरिस हुआ है, जो जांघ और नितंब के अंदरूनी हिस्से में होता है। यह 4-6 हफ्तों में एंटी फंगल ट्रीटमेंट के जरिए ठीक हो सकता है। इसके लिेए आपको दवा और ओएंटमेंट दोनों का इस्तेमाल करना होगा। इस बीच प्रभावित हिस्से में साबुन न लगाएं। बेहतर होगा कि एक बार डाक्टर से संपर्क कर लें।
सबसे पहली बात यह कि आप अंगुली से अपनी 5 माह की बेटी की जीभ साफ न करें। इसकी जरूरत नहीं है। जहां तक उसके मुंह में थ्रश ठीक न होने की बात है, तो समझें हो सकता है आपने ट्रीटमेंट कंप्लीट न लिया हो या फिर कोई और समस्या हो। आप इसके लिए डाक्टर से दोबारा मिलें और उन्हें बच्ची की समस्या बताएं।
आपकी बातों से लग रहा है कि आपकी समस्या candidiasis से संबंधित नहीं है। आपको प्रॅापर ट्रीटमेंट के लिए अपनी मेडिकल हिस्ट्री साझा करनी होगी। मेरे ख्याल से आपको हायर एंटीफंगल ड्रग्स लेना पड़ेगा। बेहतर है आप किसी डाक्टर से संपर्क करें और ट्रीटमेंट करवाएं।
आप जिस तरह दवा ले रही हैं, यह तरीका सही नहीं है। सामान्यतः यह दवा दिन में दो बार ली जाती है। सबसे पहले आप इन दवाओं के जरिए अपना ट्रीटमेंट पूरा करें। इसके बाद ही पता चलेगा कि आप पर ये ट्रीटमेंट असरकारक है या नहीं। वैसे आप यह भी जान लें कि फंगस इन्फेक्शन बहुत धीरे-धीरे ठीक होता है। इसे ठीक होने में महीनों लग जाते हैं। इसलिए आप किसी अच्छे विशेषज्ञ से ही अपना इलाज कराएं। इस बात का ध्यान रखें कि आप जिसे भी अपनी समस्या दिखा रही हैं, वह MD, dermatologist हो।
आप किस ब्रांड का जिक्र कर रहे हैं, मुझे पता नहीं चल रहा। यकीन मानएि मैंने इस ब्रांड की कोई फंगल इंफेक्शन की दवा आज तक नहीं सुनी है। आप खुद से अपना इलाज करने के बजाय एक्सपर्ट के पास क्यों नहीं जाते? इस तरह किसी भी दवा का इस्तेमाल करने से आप अपनी समस्या को और बढ़ा लेंगे।
Benzoyl peroxide, pitted Keratolysis के इलाज के लिए यूज नहीं की जाती। आप इस तरह अपने आप दवा न लगाएं। आपके कहे मुताबिक लग रहा है कि इन दवाओं से आपको कोई नुकसान तो नहीं हुआ है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि किसी भी दवा का आप इस्तेमाल करते रहें। आपकी समस्या का समाधान आसान है। इसके बावजूद आप डाक्टर के पास जाएं, पूरा ट्रीटमेंट करवाएं।
इस बात को समझा जा सकता है कि जांघ के अंदरूनी हिस्से में फंगल इन्फेक्शन होने की वजह से आपको कितनी परेशानी झेलनी पड़ी होगी। हालांकि ज्यादातर मामलों में एंटीफंगल ट्रीटमेंट के जरिए इस समस्या से मुक्ति मिल जाती है। लेकिन आपके मामले में लग रहा है कि ट्रीटमेंट पूरा नहीं हुआ होगा। इस वजह से यह समस्या दोबारा लौट आई है। आप एक बार डर्मोटोलॅाजिस्ट से मिलकर अपनी समस्या बताएं। वे इंफेक्टेड एरिया को देखकर दवा देंगे।
मेरे ख्याल से आपने डाक्टर को नहीं दिखाया और अनुमान के आधार पर कह रहे हैं कि आपको फंगल इन्फेक्शन है। इस तरह अपने आप किसी समस्या को लेकर निष्कर्ष पर न पहुंचे। आप डाक्टर से संपर्क करें। वे आपकी स्थिति को देखकर बताएंगे कि आपको समस्या क्या है? आपको फंगल इन्फेक्शन है या फिर कोई और समस्या है।
आप ओरल मेडिसिन एक्सपर्ट से मिलें। वे आपको देखकर आपका इलाज बेहतर कर पाएंगे। इस तरह बिना देखे वैसे भी कुछ कहा नहीं जा सकता है और फिर आप किस तरह की दवाईयां लेते थे या लेते हैं, इसका जिक्र भी नहीं किया। इसके साथ ही आपको यह भी बताना चाहिए था कि आपको किस तरह की हेल्थ प्रॅाब्लम है। जब भी आप डाक्टर के पास जाएं तो अपनी मेडिकल हिस्ट्री पूरी तरह शेयर करें। तभी आपको ठीक-ठीक इलाज किया जाना संभव हो पाएगा।
इस gel का इस्तेमाल 7 दिनों तक रोजाना 4 बार करें। खाने के बाद भी इस gel को लगाएं। इसकी मदद से आपका इन्फेक्शन पूरी तरह ठीक हो जाएगा। लेकिन इस बात का ध्यान रखना कि कहीं इन्फेक्शन रह गया और आपने दवा लगानी बंद कर दी, तो इन्फेक्शन लौट आएगा। जहां तक बात इस gel के साइड इफेक्ट की है, तो बहुत कम लोग यानी 1000 में से सिर्फ 1 व्यक्ति इससे प्रभावित होता है। इसके नकारात्मक प्रभाव इस प्रकार हैं- उल्टी, बुखार आना, मुंह का सूखा होना।