अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपको सबसे पहले अपने खानपान में बदलाव करने की सलाह दी जाती है। आपका ब्लड शुगर लेवल अचानक न बढ़ जाए, इसके लिए आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप रोजाना क्या खाते हैं।
यहां दिए ब्लू लिंक पर क्लिक करके डायबिटीज का आयुर्वेदिक इलाज जानिए।
आप जो खा रहे हैं उस खाद्य पदार्थ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स यानी जीआई स्कोर क्या है और आप हर दिन कितने कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन करते हैं। अगर उसे कम कर लिया जाए तो डायबिटीज को कंट्रोल करना आसान हो जाता है। अगर आप अपनी डाइट पर कंट्रोल न रखें तो डायबिटीज की वजह से हृदय रोग, किडनी डैमेज और कई तरह की दूसरी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं।
दरअसल, डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर इंसुलिन हार्मोन का सही मात्रा में उत्पादन नहीं कर पाता जिस कारण शरीर में ग्लूकोज या ब्लड शुगर लेवल का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। आपने अक्सर लोगों को यह कहते सुना होगा कि डायबिटीज के मरीजों के लिए चीनी तो जहर है ही, साथ ही उन्हें चावल भी नहीं खाना चाहिए।
ऐसा इसलिए क्योंकि चावल में कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा अधिक होती है और इसका जीआई स्कोर भी काफी अधिक होता है। जीआई एक माप है जो यह बताता है कि कौन सा खाना, ब्लड शुगर लेवल को किस तरह से प्रभावित करता है। अधिक जीआई रैंक वाले खाद्य पदार्थों की वजह से ब्लड शुगर बढ़ता है और डायबिटीज का खतरा भी अधिक रहता है।
लेकिन क्या डायबिटीज के मरीजों को पूरी तरह से चावल खाना बंद कर देना चाहिए? इस बारे में क्या कहती है रिसर्च? क्या चावल की कोई और वैरायटी है, जिसका सेवन डायबिटीज के मरीज कर सकते हैं? इन सबके बारे में हम आपको इस आर्टिकल में बता रहे हैं।
(और पढ़ें : डाइबिटीज डाइट चार्ट)