वैज्ञानिकों को डायबिटीज की एक नई दवा की मदद से हार्ट फेलियर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक के चलते अस्पताल में भर्ती होने के खतरे को उल्लेखनीय ढंग से कम करने में कामयाबी मिली है। मंगलवार को अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के इस साल के साइंटिफिक सेशन के दौरान प्रेजेंटेशन देते हुए वैज्ञानिकों ने बताया कि उन्होंने टाइप 2 डायबिटीज और क्रॉनिक किडनी डिसीज (केसीडी) के मरीजों के हार्ट फेलियर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक की वजह से अस्पताल में एडमिट होने के खतरे को सोटाग्लिफ्लोजिन नाम की इस दवा से कम करके दिखाया है। यह दवा एसजीएलटी2 नामक ड्रग इनहिबिटर्स की श्रेणी में आती है, जिन्हें टाइप 2 डायबिटीज के वयस्क मरीजों के ब्लड शुगर को कम करने के लिए प्रेस्क्राइब किया जाता है। खबर के मुताबिक, सोटाग्लिफ्लोजिन अपनी तरह का पहला डुअल एसजीएलटी2/1 इनहिबिटर है, जिसे टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज दोनों के क्लिनिकल मैनेजमेंट के लिए तैयार किया गया है।