स्टीविया नामक औषधि डायबिटीज के मरीजों के लिए अमृत की तरह काम करती है। यही वजह है कि इसे इंसुलिन प्लांट के रूप में भी जाना जाता है। स्टीविया को स्वीट लीफ, स्वीट हर्ब के नाम से भी जाना गया है।

इस इंसुलिन प्लांट में जीरो कैलोरी होती है और ब्लड शुगर के स्तर पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। यह पौधा ब्राजील के पराग्वे और साउथ अमेरिका के ब्राजील में स्थित है। इसे सैकड़ों सालों से स्वीटनर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा हैं। 

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चाय में मिठास लाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इसमें औषधीय गुण भी मौजूद हैं। इन दिनों मार्केट में स्टीविया के शुद्ध उत्पाद मौजूद हैं। इसके सूखे पत्तों का अलग-अलग तरह से उपयोग कर सकते हैं। स्टीविया अन्य बीमारियों में भी कारगर है।

  1. यह डायबिटीज में कैसे फायदेमंद है?
  2. कैसे करें इसका इस्तेमाल?

शुगर के विकल्प के रूप में इन दिनों इस इंसुलिन प्लांट को काफी पसंद किया जा रहा है। अब स्टीविया से बने स्वीटनर भी बाजार में मिलने लगे हैं। जैसा कि पहले ही बताया गया है कि इसका शुगर के स्तर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है या फिर बहुत कम प्रभाव पड़ता है।

इस तरह देखा जाए तो स्टीविया डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद विकल्प है। विशेषज्ञों ने सिद्ध किया है कि स्टीविया से बने रस का इस्तेमाल डायबिटीज के मरीजों के लिए सुरक्षित है। इसके स्वास्थ्य को किसी तरह का नुकसान भी नहीं होता है।

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इसे कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है, जिसके बारे में नीचे बताया गया है -

  • किसी भी मीठे पेय पदार्थ जैसे चाय, नींबू पानी आदि में इंसुलिन प्लांट के ताजा पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। स्टीविया के कुछ ताजा पत्ते और पुदीने के पत्ते मिलाकर हर्बल चाय पी सकते हैं। इसके अलावा अपने खाद्य पदार्थ में सलाद के रूप में स्टीविया के पत्तों को ऊपर से डाल सकते हैं। लेकिन स्टीविया के पत्तों को किसी भी तरह के भोज्य पदार्थ में डालने से पहले एक टेस्ट जरूर कर लें ताकि स्वाद के साथ समझौता न करना पड़े।
  • मीठे के रूप में भी स्टीविया के सूखे पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले स्टीविया के पत्ते की जड़ को किसी सूखी और गर्म जगह पर रखें ताकि वह सूख सके। सूखने पर पत्तों को जड़ से अलग करें। इन पत्तों को ब्लेंडर की मदद से पीस लें। कुछ ही सेकेंड में आपके सामने पाउडर के रूप में मीठा मौजूद है।
  • पाउडर को किसी कंटेनर में रख सकते हैं। इसे तरह-तरह की रेसिपी में डालकर इस्तेमाल करें लेकिन ध्यान रखें कि दो बड़े चम्मच स्टीविया पाउडर एक कप चीनी के बराबर होते हैं। अतः किसी भी व्यंजन में डालने से पहले इसका ध्यान रखें।
  • स्टीविया के सूखे पत्तों की मदद से सिरप बनाएं। इसके लिए एक कप गुनगुने पानी में एक चौथाई मसले हुए स्टीविया के पत्ते लें। इसे 24 घंटे के लिए गुनगुने पानी में डालकर रखें। इसके बाद पत्तों को छलनी से छान कर अलग कर लें।
  • आप चाहें तो स्टीविया के सूखे पत्ते को पानी में डालकर कुछ देर के लिए इस पानी को मध्यम आंच में रख लें। यह किसी काढ़े की तरह बन जाएगा। तैयार होने पर इसे किसी एयर टाइट जार में रख लें। इसका आप कई महीनों तक सेवन कर सकते हैं।

हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि जरूरत से ज्यादा इंसुलिन प्लांट का सेवन करने से सिरदर्द और जठरांत्र से संबंधित लक्षण नजर आते हैं। इस संबंध में अभी और अधिक शोध व अध्ययन होना बाकी है।

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