चीन में कोरोना वायरस का असर बढ़ता देख भारत अपने लोगों को वापस स्वदेश ले आया है। शनिवार सुबह एयर इंडिया का विमान 324 भारतीयों को लेकर दिल्ली एयर पोर्ट पहुंचा। इन लोगों को दिल्ली के पास मानेसर में बनाए विशेष सुविधा कैंपों में निगरानी के लिए रखा जाएगा। दो हफ्तों तक डॉक्टरों की टीम इन लोगों पर नजर रखेगी। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक वुहान एयरपोर्ट पर बोर्डिंग के दौरान 6 भारतीयों को तेज बुखार की शिकायत पाई गई। इसके चलते एयरपोर्ट प्रशासन ने उन्हें विमान में ले जाने की अनुमति नहीं दी।

वहीं, भारत बुलाए गए इन लोगों की एयरपोर्ट हेल्थ अथॉरिटी और सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा की संयुक्त टीमों द्वारा जांच की गई। बताया जा रहा है कि जिनमें संक्रमण के लक्षण पाए जाएंगे, उन्हें बेस हॉस्पिटल दिल्ली कन्टॉनमेंट के एक आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा।

भारत में कैसे हैं हालात
केरल में कोरोना वायरस के पहले मामले की पुष्टि होने के बाद भारत में इस बीमारी का डर बढ़ गया है। ऐसे में केरल और उसके आसपास के राज्यों में स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर हैं। अकेले केरल में 1,053 लोग डॉक्टरों की निगरनी में हैं। उधर, जिस छात्रा में वायरस की पुष्टि की गई थी, उसे शुक्रवार को सुरक्षा की दृष्टि से त्रिशूर मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।

खबरों के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पिछले दो हफ्तों में चीन के वुहान शहर में पढ़ाई कर रहे 14 भारतीय छात्र महाराष्ट्र के अकोला शहर वापस आए हैं। मुंबई एयरपोर्ट और फिर स्थानीय जांच के दौरान इन छात्रों में संक्रमण के लक्षण नहीं पाए गए हैं। वहीं, नई दिल्ली स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल में वायरस संक्रमित 6 संदिग्धों को भर्ती कराया गया है। हालांकि अभी तक इनमें वायरस की पुष्टि नहीं की गई है।

चीन में अब तक 259 मौत
उधर, कोरोना वायरस के केंद्र चीन में अब तक 259 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, शुक्रवार शाम को 45 नए मामले सामने आए। अकेले चीन में इस बीमारी के 10,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। चीन के अलावा थाईलैंड, जापान, सिंगापुर, ताइवान, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, वियतनाम, अमेरिका, जर्मनी, कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात, इटली, इंग्लैंड, भारत, फिलीपींस, फिनलैंड, नेपाल, कंबोडिया और श्रीलंका में भी कोरोना वायरस के फैलने की खबरें आई हैं।

जर्मनी से आई उम्मीद
इस बीच जर्मनी के शोधकर्ताओं ने उम्मीद जताई है कि वे एक महीने के भीतर कोरोना वायरस के टीके को विकसित कर लेंगे। जर्मनी के शोध मंत्री अंजा कार्लाइसेक ने कहा इस बीमारी को कम करने को लिए यह बहुत जरूरी है कि हम कम से कम समय में इस बीमारी के लिए वैकसीन तैयार करें। हमें उम्मीद है कि हम महीने भर के भीतर वैकसीन तैयार कर लेंगे।

कोरोना वायरस से जुड़ी कुछ अपडेट

  • लिंगसुई चीन मास्टर्स बैडमिंटन प्रतियोगिता-2020 को कोरोनो वायरस के प्रकोप के कारण अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है।
  • सुरक्षा को देखते हुए अमेरिका ने उन पर्यटकों को आने से प्रतिबंधित कर दिया है ​जो पिछले दो हफ्तों के दौरान चीन गए थे।
  • अमेरिका के डेल्टा एयरलाइंस, यूनाइटेड एयरलाइंस और अमेरिकन एयरलाइंस ने शुक्रवार से मेनलैंड चीन जानी वाली उड़ानों को रोक दिया है।
  • ईरान ने चीनी यातायात के लिए सभी विमानों पर रोक लगाई।
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