हिचकी बेहद सामान्य प्रक्रिया है जो बच्चों से लेकर बूढ़ों तक किसी को भी हो सकती है। हिचकी डायाफ्राम में दबाव पड़ने के कारण आती है। डायाफ्राम वह मांसपेशियां होती हैं, जो आपके पेट से छाती को अलग करती हैं और श्वास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसमें संकुचन या दबाव पड़ने के कारण स्वरतंत्र (vocal cords) बंद हो जाता है जिससे ‘हिक’ ध्वनि की आवाज आती है।
इसके कई मुख्य कारण हो सकते हैं जैसे कि शराब पीना, अधिक भोजन करना, अचानक उत्तेजित होना या फिर कार्बोनेटेड तरल पदार्थ पीने से भी हिचकी आने की संभावना बनती है। ज्यादातर मामलों में हिचकी अपने आप ही चली जाती है और इसे गंभीरता से लेने की कोई आवश्यकता नहीं होती। हालांकि कुछ दुर्लभ मामलों में हिचकी लंबे समय तक रहती है और जल्दी ठीक नहीं हो पाती है। इसके कारण आपको थकान महसूस होने लगती है और साथ ही आपका वजन भी कम हो सकता है। हिचकी के बेहद कम मामलों में ही डॉक्टर के पास जाने की जरूरत पड़ती है अन्यथा इसे घर पर ही कई घरेलू उपायों से मिनटों में रोका जा सकता है।