चिकन पॉक्स में परहेज इस तरह करें -
1. खट्टे फल फल न खाएं –
जब आपको चिकन पॉक्स होते हैं तो मुँह और गले में छाले होना आम है, लेकिन जरूरी नहीं है कि यह समस्या सभी को हो। तो ऐसे में खट्टे फल या खट्टे फल के जूस न पियें, क्योंकि इन फलों में मौजूद अधिक मात्रा में एसिड आपके छालों में होने वाली जलन को बढ़ा सकता है। साथ ही इससे चिकन पॉक्स का इलाज अच्छे से नहीं होगा और दर्द भी अधिक बढ़ता चला जाएगा।
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2. सेचुरेटेड फैट न खाएं –
मीट और अन्य खाद्य पदार्थ जो सेचुरेटेड फैट से समृद्ध होते हैं जैसे वसा युक्त डेयरी प्रोडक्ट को चिकन पॉक्स के दौरान नहीं लेना चाहिए। यह खाद्य पदार्थ सेचुरेटेड फैट से समृद्ध होते हैं जिससे सूजन बढ़ सकती है और इलाज में देरी आ सकती है। अगर आपको चिकन पॉक्स के दौरान ठंडे उत्पाद (frozen products - लम्बे समय तक उत्पाद को ठंडा रखने के लिए) खाना पसंद है जैसे आइस क्रीम और मिल्कशेक, तो कम वसा वाला दही या कम वसा वाली आइस क्रीम खा सकते हैं।
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3. मसालेदार खाना न खाएं –
मसालेदार और अधिक नमक वाले खाद्य पदार्थों से आपके मुँह में जलन पैदा हो सकती है और जब आपको चिकन पॉक्स हो तब ऐसे खाद्य पदार्थों को बिल्कुल भी न खाएं। मसालेदार खाने जैसे चिकन, मीट, मछली, चायनीज भोजन या किसी भी तरह का सूप जिनमें मिर्च सबसे अधिक इस्तेमाल होती है। अगर आप गर्म-गर्म भोजन खाना पसंद करते हैं तो कोशिश करें कि आपके खाने में मसाले और नमक की मात्रा कम हो। ऐसे आपके मुँह और गले के छालों में जलन या दर्द की समस्या नहीं होगी।
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4. ऑर्गनाइन से समृद्ध आहार न खाये –
अर्जीनाइन एक प्रकार का एमिनो एसिड होता है, जिससे वायरस का गुणन बढ़ने लगता है। इस गुणन के कारण चिकन पॉक्स को सही होने में सामान्य से ज्यादा समय लगता है, इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थ न खाएं जिनमें अर्जीनाइन की मात्रा सबसे अधिक होती है जैसे चॉकलेट, मूंगफली, ट्री नट्स, बीज, पीनट बटर, किशमिश आदि।
5. ट्रांस फैट न खाएं –
कई प्रोसेस्ड फूड में ट्रांस फैट होता है, एक ऐसा फैट जिसे पचाने में दिक्कत होती है और इसके कारण ह्रदय से संबंधित बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। साथ ही, ट्रांस फैट लेने से त्वचा की सूजन बढ़ती है और इसकी वजह से चिकन पॉक्स पर प्रभाव पड़ सकता है। इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी उत्पाद जब आप खरीद रहे हो तो सामग्री को ध्यान से पढ़ें और देखें कि उसमें ट्रांस फैट है या नहीं।
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