जो रेंज आप बता रही हैं, इसके मुताबिक आप अपने आहार में नमक की जरा सी मात्रा बढ़ा दें। इसके अलावा नियमित वॅाक करें। अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करके अपनी स्थिति को सुधार सकते हैं।अगर ऐसा न हो, तो डाक्टर से पर्सनली मिलकर अपने हेल्थ के बारे में बताएं।
एकाएक बीपी लो होने पर उसे तुरंत हाई किया जाना जरूरी है। इसके लिए निम्न उपायों को आजमाएं-
क्या आपने बीपी किसी डाक्टर से करवाया है या फिर खुद किया है? वैसे आपने यह भी नहीं बताया कि आपके बीपी की रेंज कितनी है? बिना रेंज जाने उपाय बताना संभव नहीं है। इसके अलावा बीपी कम होने की कई वजह हो सकती है जैसे प्रेगनेंसी, एनीमिया, किसी दवाई का प्रभाव। बेहतर है आप किसी डाक्टर से संपर्क करें।
अचानक ब्लड प्रेशर लो होने पर आपको निम्न समस्याएं हो सकती हैं-
सबसे पहले आप यह समझें कि लो बीपी क्या है? लो बीपी वह स्थिति है जब बीपी सामान्य रेंज से कम हो। लो बीपी होने पर मरीज को चक्कर आते हैं, सिर घूमता है। लेकिन आपने यहां सिर्फ इतना बताया है कि आपकी पत्नी को लो बीपी है। आपने यहां न तो किसी तरह के लक्षणों का जिक्र किया है और न ही बीपी की रेंज बताई है। आप पहले उनके लक्षणों पर गौर करें और अलग-अलग समय में बीपी मापें। बेहतर होगा आप इसके लिए किसी नजदीकी डाक्टर की मदद ले लें।
लो ब्लड प्रेशर कई बार इतना भयावह हो जाता है कि इसके जानलेवा खतरे दिखने को मिलते हैं जैसे-
इनमें से कोई भी खतरा नजर आने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करना चाहिए।
आपका बीपी काफी कम है। आपको फिजिशियन से संपर्क करना चाहिए।
लो बीपी होने की वजह को जानने के बाद ही इसका सही इलाज किया जाना संभव है। जैसे अगर आपको लो बीपी दवा लेने की वजह से है तो दवाओं को बदलकर या फिर दवाओं को बंद करके लो बीपी को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा आपकी उम्र, स्वास्थ्य और लो ब्लड प्रेशर के प्रकार को जानकर लो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए निम्न उपायों को आजमा सकते हैं-
आप जिस तरह बता रही हैं इससे लग रहा है कि आपको थाइरॅायड हार्मोन फ्लेक्चुएशन की वजह से यह समस्या हो रही है। आप डाक्टर से कंसल्ट करें और अपनी सारी समस्या विस्तार से बताएं।
अचानक बीपी के लो होने की निम्न वजहें हैं-
आपकी दी गई जानकारी पर्याप्त नहीं है। आप डॉक्टर से मिलकर अपनी सारी समस्या विस्तार से बताएं।
जब बीपी की रेंज 90/60 से नीचे पहुंच जाती है, तो इसे लो बीपी माना जाता है। आपकी उम्र, वजन और शारीरिक सक्रियता के अनुसार यह पता लगाया जाता है कि आपको लो बीपी है या नहीं। हालांकि लो बीपी होने पर आपको कुछ शारीरिक समस्याओं का अनुभव होगा जैसे सिर घूमना, चक्कर आना, देखने में परेशानी होना, चीजों को पहचानने में कंफ्यूजन होना, तेज-तेज सांस लेना और त्वचा का ठंडा और चिपचिपादार होना।
आपकी दी गई जानकारी पर्याप्त नहीं है। इससे आपका इलाज किया जाना संभव नहीं है। वैसे अगर आपको लग रहा है कि आपका बीपी कम है तो डाइट में हल्का नमक बढ़ा दें और तरल पदार्थ को डाइट में शामिल करें। इसके अलावा डाक्टर से संपर्क करें और अपनी समस्या की सारी डिटेल्स बताएं।
लो बीपी हमेशा किसी अन्य बीमारी का लक्षण हो, यह जरूरी नहीं है। हालांकि लो बीपी को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए अपनी जीवनशैली को नियंत्रित करना होगा। इसके अलावा जिन वजहों से लो बीपी हो सकता है, उसे जान कर उसका सही समय पर इलाज करना होगा। जैसे अगर किसी दवा की वजह से लो बीपी है, तो दवा को बंद करके या दवा को बदलकर लो बीपी को नियंत्रित किया जा सकता है। लेकिन अगर आप लंबे समय से लो बीपी की समस्या से परेशान हैं, तो इसका पूरी तरह खत्म करना मुश्किल है। हां, जैसा कि पहले ही बताया गया है लो बीपी को नियंत्रित अवश्य किया जा सकता है। इसके लिए कुछ दवाओं की मदद ली जा सकती है।
आपके दोस्त के बीपी की रेंज कितनी है, आपने यह नहीं बताया। जैसा कि आप बता रहे हैं कि उन्हें लो बीपी की प्रॅाब्लम है, तो बेहतर है आप उन्हें उनकी डाइट में नमक की थोड़ी सी मात्रा बढ़ाने को कहें। इसके साथ ही फ्लूड इनटेक बढ़ाने की सलाह दें।
इस संबंध में आपकी मदद की जा सकती है। लेकिन आपको लो बीपी है, सिर्फ यह जानकर आपका डाइट चार्ट नहीं बनाया जा सकता। इसके साथ ही आपसे जुड़ी जरूरी जानकारी होनी आवश्यक है जैसे-
इस सबके अलावा सबसे जरूरी यह जानना है कि क्या वाकई आपको लो बीपी है? दरअसल आपने यहां अपनी बीपी की रेंज भी नहीं लिखी है। इस वजह से यह भी नहीं पता चल रहा है कि आपका बीपी कितना लो है?
आप उनसे कहें कि अपनी जीवनशैली को नियंत्रित रखें। रोजाना मॅार्निंग वॅाक पर जाएं। रेग्युलर वॅाक करने से उनका पाचन तंत्र सही रहेगा और ब्लड प्रेशर भी नियंत्रण में रहेगा। इसके साथ ही रोजाना अपना बीपी मोनिटर करें। अगर बीपी सामान्य रहता है तो चिंता की कोई बात नहीं। अगर बीपी लो आता है तो डाक्टर से संपर्क कर उनकी जांच कराएं।
क्या आपको चक्कर आना, सिरदर्द, सिर घूमने जैसी समस्या भी होती है। अगर आपको इस तरह के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं, तब तो ठीक है। आपके लिए यह सामान्य है। लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो आप एलर्ट हो जाएं। संभवतः आपको हाइपोटेंशन है। जहां तक पल्स रेट की बात है तो पल्स रेट 70 से 100 सामान्य होता है। इस तरह देखें तो आपका पल्स रेट ठीक है। जहां एक आरे पल्स रेट एक्सरसाइज, तनाव आदि की वजह से बढ़ सकता है, वहीं सोने से या दवाई की मदद से पल्स रेट सामान्य स्तर तक पहुंच सकता है। खैर, आप खूब पानी पिएं, अपनी डाइट में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं और फल, सब्जियां भी खूब खाएं।
आपके लो बीपी होने की वजह क्या है, इसे जानकर आप हेल्दी रह सकते हैं। यहां कुछ बातों को इंगित कर रहे हैं, संभवतः आपके लिए उपयोगी हो।
आपकी चिंता मैं समझ रहा हूं। आपकी बेटी का बीपी कम है, इसके पीछे कई वजहें हो सकती हैं। इसके लिए तीन अलग-अलग पोजीशन यानी लेटे, बैठे और खड़े होकर बीपी को मेजर किया जाना जरूरी है। तभी उसका एक्चुअल बीपी का पता चलेगा। इसके साथ ही उसके कुछ और टेस्ट डाक्टर द्वारा करवाने होंगे जैसे पल्स, कार्डियोवास्कुलर और ईसीजी, हेमोग्राम और थाइरॅायड प्रोफाइल चैक करना होगा। इस सबके बाद ही आपकी बेटी का सही तरह से इलाज किया जा सकेगा।
आप लगातार उनके बीपी को अलग-अलग स्थिति में मोनिटर करते रहें। अगर बीपी लो आता है तो उनकी दवाईयों में कुछ बदलाव करने होंगे। उनके बीपी के मेजरमेंट को रिकॅार्ड करें और डाक्टर को दिखाएं।