कहते हैं आंखों में पूरी दुनिया बसती है। अपनी छोटी-छोटी आंखों से हम इस धरती का खूबसूरत नजारा बखूबी देख सकते हैं, लेकिन अगर इन आंखों की रोशनी चली जाए तो फिर क्या? इसके बाद जीवन में सिवाए अंधकार के कोई कल्पना नहीं की जा सकती और एक नन्ही सी बच्ची आज इसी अंधेरी दुनिया में खुद को अकेला महसूस कर रही है।
दरअसल अमेरिका के आईओवा शहर में फ्लू के चलते बीमार हुई बच्ची की आंखों की रोशनी चली गई। फ्लू एक ऐसी बीमारी है, जिसके कारण बच्चों की मौत की संख्या बढ़ी है। इसी वजह से इसके लिए टीकाकरण बेहद जरूरी है, 4 वर्षीय बच्ची जेड डिलूसिया इतनी भाग्यशाली तो रही कि वह गंभीर फ्लू से बच गई, लेकिन इस फ्लू ने उसकी आंखों की रोशनी छिन ली।
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बच्ची को कैसे हुआ फ्लू?
नेशनल ब्रॉडकास्टिंग कंपनी यानि एनबीसी में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक क्रिसमस ईव (24 दिसंबर, 2019) के दिन जब बच्ची को तेज बुखार हुआ तो बच्ची जेड डिलूसिया की मां उसे लेकर अस्पताल पहुंची। डिलूसिया की मां अमांडा फिलिप्स के मुताबिक उनकी बेटी दो हफ्ते से ज्यादा समय तक अस्पताल में रही और इस दौरान वह एन्सेफैलोपैथी (मस्तिष्क में सूजन होना) नामक बीमारी से ग्रसित हो गई, जिसके कारण उसकी आंखों की रोशनी चली गई।
दुलर्भ बीमारी है एन्सेफैलोपैथी
एन्सेफैलोपैथी, काफी दुर्लभ बीमारियों में से एक है। आंकड़ों के आधार पर देखा जाए तो प्रति 10 लाख व्यक्तियों में से 0.21 व्यक्तियों को यह बीमारी होती है। मतलब 50 लाख में से एक व्यक्ति इस प्रकार की बीमारी से ग्रसित होता। डॉक्टरों का कहना है कि वह नहीं जानते कि बच्ची की आंखों की रोशनी कब तक ठीक होगी या होगी भी कि नहीं।
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क्या टीका नहीं लगवाने से हुई बीमारी?
पीड़ित बच्ची जेड डिलूसिया की मां अमांडा फिलिप्स का कहना है कि उन्होंने मार्च 2019 में अपनी बेटी को टीका लगवाया था और उन्हें उम्मीद थी कि इस सीजन तक यह काम करेगा, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि यह जरूरी है कि हर सीजन के खत्म होने से पहले बच्चों का टीकाकरण करवाया जाए।
यूनिवर्सिटी ऑफ आईओवा चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल में डॉक्टर एलेक्स बैसुक का कहना है कि एक बार टीका लगाने का मतलब यह नहीं कि यह जीवनभर के लिए आपकी सुरक्षा करेगा और ना ही यह एक साल में एक बार लगाए जाने वाला टीका है, क्योंकि पीड़ित बच्ची को इस सीजन में टीका नहीं लगवाया गया था, जो इस बीमारी के होने का मुख्य कारण हो सकता है।
अब कैसे ठीक होगी डिलूसिया?
डॉक्टर एलेक्स के मुताबिक अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़ित बच्ची जेड डिलूसिया में सुधार देखा गया, लेकिन इंफेक्शन ने फिलहाल बच्ची की आंखों की रोशनी पूरी तरह से छीन ली है। इसलिए यह कहना अभी थोड़ा कठिन होगा कि वह कब तक ठीक हो पाएगी। बच्ची ठीक हो सकती है और हम इसकी उम्मीद कर रहे हैं।
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आंखों की रोशनी जाने की वजह
myUpchar से जुड़ी डॉक्टर फतमा का कहना है कि जिस धमनी (आर्टरी) के जरिए मस्तिष्क में खून की सप्लाई होती है, वहां सूजन की वजह से खून की सप्लाई बंद हो जाती है। इसके कारण मस्तिष्क के उस क्षेत्र में जहां से विजन कंट्रोल (रोशनी नियंत्रित) होती है वहां पर इस्केमिया (ischemia) हो जाता है। मतलब खून का बहाव रुक जाता है, इसके कारण ही आंखों की रोशनी चली जाती है। डॉक्टर बताती हैं कि मस्तिष्क की सर्जरी के जरिए इस बीमारी को ठीक जा सकता है, लेकिन इसकी संभवना बहुत ही कम होती है।
इस रिपोर्ट के आधार पर देखा जाए तो पता चलता है कि कैसे टीकाकरण हमारे बच्चों के लिए जरूरी है। डॉक्टर खुद बताते हैं कि टीका नहीं लगवाने की वजह से ही बच्ची को फ्लू जैसी बीमारी हुई और इसकी वजह से हुए इंफेक्शन के कारण उसकी आंखों की रोशनी चली गई। इसलिए बच्चों का उनकी उम्र के हिसाब से टीकाकरण करना बहुत जरूरी है।