अपेंडिक्स एक छोटा सा अंग होता है, जो बड़ी आंत के एक छोटे से हिस्से से जुड़ा होता है, जिसे सीकम कहा जाता है। ये अंग पेट की निचली तरफ दाईं ओर स्थित होता है। अपेंडिक्स एक ऐसा अंग है, जिसका कोई काम नहीं होता।
अपेंडिसाइटिस या अपेंडिक्स में सूजन ज्यादातर इन्फेक्शन, पेट की चोट या अपेंडिक्स और आंत के जोड़ में रुकावट के कारण होती है। एक्यूट अपेंडिक्स होने पर अचानक नाभि के पास गंभीर दर्द होने लगता है, जो पेट की दाईं तरफ या निचली तरफ फैलता है। ये दर्द हिलने-डुलने से, खांसी, छींक और गहरी सांस लेने से बढ़ जाता है। ये दर्द समय के साथ बढ़ता जाता है।
अपेंडिक्स एक आपातकालीन स्थिति है, जिसकी जानलेवा जटिलताओं के कारण तुरंत डॉक्टर के पास जाना आवश्यक होता है। इसकी जटिलताएं हैं अपेंडिक्स फट जाना, अपेंडिक्स में पस भरना और गैंग्रीन। रिसर्च अध्ययनों में ये पाया गया है कि होम्योपैथिक दवाओं से अपेंडिक्स का इलाज किया जा सकता है और सर्जरी से बचा जा सकता है। होम्योपैथिक उपचार शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करता है, जिससे धीरे-धीरे अपेंडिक्स की सूजन कम होने लगती है।
अपेंडिक्स के लिए उपयोग की जाने वाली होम्योपैथिक दवाएं हैं, ब्रायोनिया, रस टाक्सिकोडेन्ड्रन, कोलोसिंथ, अर्निका मोंटाना, बेलाडोना, हेपर सल्फ, एपिस मेलिफिका, इग्नेशिया, साइलीशिया और फॉस्फोरस।