निम्नलिखित कुछ होम्योपैथिक उपचार हैं, जिनका उपयोग एमेनोरिया के प्रबंधन के लिए किया जाता है :
कैल्केरिया कार्बोनिका
सामान्य नाम : कार्बोनेट ऑफ लाइम
लक्षण : एमेनोरिया को नियंत्रित करने के लिए 'कार्बोनेट ऑफ लाइम' एक उपयोगी औषधि है। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों के प्रबंधन में भी मदद करती है :
- जननांगों में जलन और खुजली महसूस होना
- डिम्बग्रंथि वाले हिस्से (पेट का निचला हिस्सा) में दर्द जो हाथ-पैरों तक फैलता है।
- गर्भाशय में ट्यूमर
- योनि में दर्द
- योनि से अत्यधिक सफेद या पीले रंग का स्राव होना
- पीठ के निचले हिस्से में दर्द
यह लक्षण बरसात के मौसम में, शारीरिक और मानसिक थकान से, सीढ़ियां चढ़ने और ठंड से बिगड़ जाते हैं, जबकि दर्द वाले हिस्से के बल लेटने और शुष्क मौसम में रोगी को अच्छा लगता है।
पल्सेटिला प्रैटेंसिस
सामान्य नाम : विंड फ्लॉवर
लक्षण : पल्सेटिला प्रैटेंसिस मुख्य रूप से उन व्यक्तियों में प्रयोग किया जाता है जो लगातार लक्षणों में बदलाव नोटिस करते हैं। यह ऐसे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है जो पहली बार प्यूबर्टी (यौवनावस्था) में दिखाई देते हैं। यह उपाय निम्नलिखित लक्षणों को प्रबंधित करने में भी सहायक है :
यह लक्षण शाम को, दर्द वाले हिस्से के बल या बाएं तरफ करवट करके लेटने, वसायुक्त भोजन करने और गर्म महौल में रहने से खराब हो जाते हैं। ठंडे खाद्य और पेय पदार्थों का सेवन करने, खुली हवा में समय बिताने और ठंडी सिकाई से इन लक्षणों में सुधार होता है। (और पढ़ें - बर्फ से सिकाई के फायदे)
पॉलीगोनम हाइड्रोपाइपरॉइड्स
सामान्य नाम : हाइड्रोपाइपर
लक्षण : हाइड्रोपाइपर का उपयोग मुख्य रूप से युवा लड़कियों में एमेनोरिया के प्रबंधन के लिए किया जाता है, लेकिन यह निम्नलिखित लक्षणों के प्रबंधन में भी असरदार है :
- मतली और जकड़न (गैस की तरह ऐंठन) पेट में दर्द
- ऐसा महसूस होना जैसे कूल्हे खिंच रहें हो
- कूल्हों में दर्द और रीढ़ के निचले हिस्से के दोनों तरफ दर्द
- स्तनों में तेज दर्द
- श्रोणि (पेल्विक) वाले हिस्से में भारीपन व तनाव महसूस करना
कैलियम कार्बोनिकम
सामान्य नाम : पोटेशियम कार्बोनेट
लक्षण : यह उपाय दर्द में कारगर है। इसके अलावा यह निम्नलिखित स्थितियों में भी आराम पहुंचाता है :
- पेट दर्द
- पीठ दर्द
- युवा लड़कियों में पीरियड्स् में देरी
- पहला मासिक धर्म आने में कठिनाई
- बहुत देर से मासिक धर्म आना
- जननांगों में दर्द
- चक्कर और सिरदर्द
यह लक्षण सुबह के समय, लगभग 3 बजे, सेक्स के बाद, सूप या कॉफी पीने के बाद, ठंडे महौल में रहने और दर्द वाले हिस्से के बल लेटने से बढ़ जाते हैं। दिन के दौरान, घूमने-फिरने और गर्म मौसम में लक्षण बेहतर होते हैं।
ग्रेफाइट्स
सामान्य नाम : ब्लैक लेड
लक्षण : यह दवा जननांगों में सूजन, एनीमिया और मोटापे के जोखिम वाले व्यक्तियों के लिए उपयोगी है। यह निम्नलिखित लक्षणों के प्रबंधन में असरदार है :
- पीरियड्स ना आना या बहुत देर से आना
- पेट में मतली महसूस होना
- योनि से बहुत ज्यादा, सफेद रंग का स्राव होना
- स्तन में सूजन
- पीठ के निचले हिस्से में दर्द और कमजोरी
- सुबह के समय सिरदर्द
यह लक्षण रात में और गर्म महौल में बिगड़ जाते हैं, जबकि अंधेरे में सुधार होता है।
यूफ्रेसिया ऑफिसिनैलिस
सामान्य नाम : आईब्राइट
लक्षण : इस दवा का उपयोग मुख्य रूप से आंखों के लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है, लेकिन यह एमेनोरिया में भी मदद कर सकता है। इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों का भी प्रबंधन कर सकता है :
यह लक्षण शाम और रोशनी से बिगड़ जाते हैं, जबकि कॉफी पीने या अंधेरे में लक्षणों से राहत मिलती है।
सिमिसिफुगा रेसमोसा
सामान्य नाम : ब्लैक स्नेक-रूट
लक्षण : सिमिसिफुगा रेसमोसा गर्भाशय, अंडाशय और श्रोणि अंगों से जुड़े लक्षणों के उपचार के लिए प्रभावी है। यह निम्नलिखित लक्षणों को ठीक करने में भी असरदार है :
- मांसपेशियों में ऐंठन जैसा दर्द
- मतली और उल्टी
- मासिक धर्म न आना
- पेट के निचले हिस्से में दर्द जो ऊपरी और निचली जांघों तक बढ़ता है
- श्रोणि में दर्द जो कूल्हों के चारों ओर होता है
- दर्द बर्दाश्त न कर पाना
- स्तन में दर्द
- नींद न आना
यह लक्षण ठंड के मौसम और सुबह में बिगड़ जाते हैं, जबकि गर्म परिस्थितियों में और भोजन के बाद ठीक हो जाते हैं।
एपिस मेलिफिका
सामान्य नाम : दि-हनी बी
लक्षण : एपिस मेलिफिका का उपयोग मुख्य रूप से चुभन वाले दर्द और सामान्य दर्द के इलाज के लिए किया जाता है। यह निम्नलिखित लक्षणों के प्रबंधन में भी मदद करता है :
- थकान
- अंडाशय में सूजन, विशेष रूप से दाहिना अंडाशय
- डिम्बग्रंथि में ट्यूमर
- पेट और गर्भाशय को छूने पर दर्द
- पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द
यह लक्षण दर्द वाली जगह को छूने, गर्मी और बंद व गर्म कमरे में रहने से बढ़ सकते हैं। हालांकि, यह लक्षण दोपहर में और सोने के बाद भी बिगड़ सकते हैं। लेकिन ठंडे पानी से नहाने और खुली हवा में समय बिताने के बाद रोगी बेहतर महसूस कर सकता है।
(और पढ़ें - मासिक धर्म कम आने का इलाज)