एलर्जी के लक्षणों से बचने के लिए एंटी-हिस्टामाइन दवाएं फायदेमंद होती हैं। आपको किस तरह की एलर्जी है इसका पता लगाने के लिए डॉक्टर आपके कई अन्य तरह के टेस्ट भी कर सकते हैं, जिसके बाद ही एलर्जी कम करने के लिए दवा दी जाएगी। टेस्ट के बाद डॉक्टर आपको ये भी बता पाएंगें कि आपको किन चीजों से एलर्जी है ताकि उनसे बच कर आप एलर्जी की प्रॉब्लम से दूर रह सकें।
ज्यादा प्रदूषण होने पर घर से बाहर न निकलें। बाहर जाते समय फेस मास्क का इस्तेमाल करें। अगर आपको लगता है कि कुछ चीजें आपके लक्षणों को गंभीर या ट्रिगर करती हैं तो उनसे दूर रहें। आप एलर्जी के लिए केमिस्ट से दवा ले सकते हैं।
आप ज्यादा धूल भरे रास्तों पर चलने से बचें। धूल भरे रास्तों पर मुंह ढक कर चलें। सोने से पहले बिस्तर को झाड़ कर सोएं। रात के समय अपने घर की खिड़कियों को बंद रखें और अपने सिर को बिस्तर से थोड़ा ऊंचा कर के सोएं। इससे आप धूल के कणों के संपर्क से आने से बच जाते हैं। चूंकि आपको धूल से एलर्जी है इसलिए जितना हो सके अपने आसपास सफाई रखें।
कुछ चीजों से आपको एलर्जी हो सकती है और यह भी हो सकता है कि आपको इसका पता भी न हो। कुछ मामलों में एलर्जी बहुत घातक साबित हो सकती है जिससे मृत्यु भी हो सकती है, इनमें मधुमक्खी का डंक, मूंगफली या शैलफिश आदि से होने वाली एलर्जी शामिल हैं लेकिन एक नए राष्ट्रव्यापी अध्ययन में पाया गया है कि सबसे घातक एलर्जी वास्तव में दवाओं का सेवन है। किसी दवा से एलर्जी होने पर मौत का खतरा सबसे ज्यादा रहता है।
कुछ प्रकार की एलर्जी अनुवांशिक हो सकती है। आपने जो चीजें बताईं हैं उन्हें खाना छोड़ दें वरना आपकी प्रॉब्लम और गंभीर रूप ले सकती है। ऐलोपैथी में इसको डाइट और दवा से कंट्रोल किया जाता है लेकिन होम्योपैथिक इलाज इसे परमानेंट ठीक कर सकता है। होम्योपैथिक डॉक्टर से अपना इलाज करवाएं।
आप अपनी प्रॉब्लम को जल्दी ठीक करने के लिए आप एंटी एलर्जिक टैबलेट ले सकते हैं। आप कुछ समय के लिए सभी तरह के खट्टे पदार्थों, जिनसे आपको एलर्जी होती है उन्हें लेना बंद कर दें। फूड एलर्जी से जुड़े टेस्ट जरूर करवा लें ताकि आपको सही उपचार देकर आपकी प्रॉब्लम को जड़ से खत्म किया जा सके।
घर में ज्यादा से ज्यादा सफाई रखें और धूल-मिट्टी से भी उसे दूर रखें। उसे रोज साफ कपड़े पहनाएं। घर पर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें। रात को खांसी से बचने के लिए सोते समय अपनी बेटी का सिर शरीर के अन्य भागों से थोड़ा ऊंचा रख कर सुलाएं। घर में कॉकरोच आदि न पनपने दें। अगर आपकी बेटी की हालत ज्यादा खराब होती है तो बिना कोई देरी किए पीडियाट्रिशियन को दिखाएं।
जी हां, यह अस्थमा का लक्षण हो सकता है। आप पुलमोनोलॉजिस्ट से अपनी जांच करवा लें।