खराब डाइट, स्किन की केयर न कर पाने की वजह से हम सभी को स्किन से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसमें व्हाइटहेड्स भी एक है. व्हाइटहेड्स को एक्ने का ही एक रूप माना जाता है, जो त्वचा के नीचे होते हैं. ये त्वचा पर छोटे व सफेद उभार होते हैं. व्हाइटहेड्स शरीर के ऑयली हिस्सों पर अधिक होते हैं. हार्मोनल बदलाव, स्किन केयर न करना और बैक्टीरिया व्हाइटहेड्स के मुख्य कारण माने जाते हैं. अच्छे स्किन केयर से इस समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है.

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आज इस लेख में आप व्हाइटहेड्स के कारण और उपचार के बारे में जानेंगे -

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  1. व्हाइटहेड्स क्या होते हैं?
  2. व्हाइटहेड्स होने के कारण
  3. व्हाइटहेड्स हटाने के इलाज
  4. सारांश
व्हाइटहेड्स होने के कारण व इलाज के डॉक्टर

व्हाइटहेड्स एक तरह के मुंहासे होते हैं, जो डेड स्किन सेल्स, ऑयल व बैक्टीरिया के एक ही पोर्स में फंस जाने से होते हैं. व्हाइटहेड्स शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकते हैं, लेकिन नाक, ठोड़ी, माथे और टी-जोन में व्हाइटहेड्स ज्यादा देखने को मिलते हैं. इसके अलावा, छाती, कंधों और पीठ पर भी व्हाइटहेड्स हो सकते हैं. पुरुषों और महिलाओं को व्हाइटहेड्स किसी भी उम्र में हो सकते हैं.

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व्हाइटहेड्स त्वचा पर उभरी हुई सफेद गांठ होती हैं, जो खूबसूरती को कम कर देती हैं. इस समस्या को ठीक करने के लिए इसके कारणों का पता लगाना जरूरी है. व्हाइटहेड्स के कारण निम्न प्रकार से हैं -

बैक्टीरिया

बैक्टीरिया भी त्वचा पर होने वाले व्हाइटहेड्स व मुंहासों का कारण बन सकते हैं. इससे बचने के लिए आपको अपनी त्वचा की अधिक देखभाल की जरूरत होती है.

व्हाइटहेड्स होने के अन्य कारण -

इन सभी वजहों से त्वचा पर व्हाइटहेड्स और मुंहासे हो सकते हैं, लेकिन कुछ स्थितियां ऐसी होती हैं, जो इस समस्या को ट्रिगर कर सकती हैं, जैसे -

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आनुवंशिक

कई अध्ययनों से पता चलता है कि जिन लोगों के परिवार में किसी को व्हाइटहेड्स की समस्या है, उन्हें उसका जोखिम अधिक रहता है.

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गर्भनिरोधक गोलियां

जिन गर्भनिरोधक गोलियों में प्रोजेस्टेरोन अधिक होता है, वो व्हाइटहेड्स का कारण बन सकती हैं. इससे महिलाओं के शरीर में हार्मोन का स्तर बढ़ता है, इससे मुंहासे और व्हाइटहेड्स हो सकते हैं.

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प्यूबर्टी

अधिकतर लोगों को प्यूबर्टी ऐज में व्हाइटहेड्स हो सकते हैं. इस दौरान सेक्स हार्मोन शरीर में बदलाव का कारण बनते हैं. 16 साल के लगभग 83-95 फीसदी बच्चों में मुंहासे व व्हाइटहेड्स होते हैं.

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सीबम का अधिक उत्पादन

त्वचा पर सीबम और ऑयल के अधिक उत्पादन से भी व्हाइटहेड्स की समस्या हो सकती है. दरअसल, जब सीबम और ऑयल की मात्रा बढ़ती है, तो पोर्स बंद हो जाते हैं. प्यूबर्टी, पीरियड्स और प्रेगनेंसी में सीबम का उत्पादन अधिक हो सकता है. सेबेसियस ग्रंथि द्वारा सीबम का उत्पादन किया जाता है.

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हार्मोनल बदलाव

हार्मोनल बदलाव के कारण पोर्स बंद हो जाते हैं. इसकी वजह से आपको व्हाइटहेड्स का सामना करना पड़ सकता है. बंद पोर्स मुंहासों को ट्रिगर कर सकते हैं.

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व्हाइटहेड्स को हटाने के लिए सही स्किन केयर की जरूरत होती है. इसके अलावा, कुछ घरेलू उपायों व दवाइयों की मदद से भी व्हाइटहेड्स को रिमूव किया जा सकता है. व्हाइटहेड्स हटाने के लिए निम्न उपाय आजमाएं जा सकते हैं -

अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड (एएचए)

अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड (एएचए) भी व्हाइटहेड्स को रिमूव करने में मदद कर सकता है. यह एक एक्सफोलिएंट के रूप में काम करता है. एएचए डेड स्किन सेल्स को हटाने में मदद करता है. साथ ही बंद पोर्स से भी बचाता है.

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लेजर स्किन रिसर्फेसिंग

व्हाइटहेड्स को हटाने के लिए लेजर स्किन रिसर्फेसिंग में लेजर बीम्स का इस्तेमाल किया जाता है. ये लेजर बीम्स सेबेसियस ग्रंथि से निकलने वाले तेल की मात्रा को कम करती हैं.

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केमिकल पील्स

केमिकल पील्स के तहत त्वचा की परतों को हटाने और व्हाइटहेड्स को कम करने के लिए एक हल्के रासायनिक घोल का उपयोग किया जाता है.

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माइक्रोडर्माब्रेशन

त्वचा विशेषज्ञ व्हाइटहेड्स से पीड़ित व्यक्ति की स्किन को साफ करने के लिए एक विशेष उपकरण का उपयोग करते हैं. इसमें त्वचा की ऊपरी परत को हटाया जाता है, जिससे व्हाइटहेड्स पैदा करने वाले क्लॉग को हटा दिया जाता है.

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ओरल एंटीबायोटिक्स

जरूरत पड़ने पर व्हाइटहेड्स से पीड़ित व्यक्ति को स्किन स्पेशलिस्ट ओरल एंटीबायोटिक्स लेने के लिए कह सकते हैं. ये एंटीबायोटिक्स ब्लैकहेड्स पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने का कम करते हैं.

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बेंजोयल पेरोक्साइड

यह ओवर-द-काउंटर उत्पाद के रूप में लीव-ऑन जेल या वॉश के रूप में उपलब्ध होता है. यह मुंहासों का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को खत्म करता है.

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एजेलिक एसिड

यह एक प्राकृतिक एसिड है, जो जौगेहूं व राई आदि में पाया जाता है. यह त्वचा पर जमा सूक्ष्मजीवों को मारता है और सूजन को कम करता है.

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सैलिसिलिक एसिड

यह व्हाइटहेड्स के लिए क्लीन्जर या लोशन के रूप में ओवर-द-काउंटर उपलब्ध होता है. यह क्षतिग्रस्त त्वचा की ऊपरी परत को हटाने में मदद कर सकता है. सैलिसिलिक एसिड डेड स्किन सेल्स को पूरी तरह से हटा देता है, ताकि पोर्स साफ हो जाएं. सैलिसिलिक एसिड एक एस्ट्रिंजेंट है. यह स्किन से एक्सट्रा ऑयल को सोखता है, ऑयल के उत्पादन को कम करता है. इसलिए, व्हाइटहेड्स और मुंहासों को रिमूव करने के लिए सैलिसिलिक एसिड का यूज किया जा सकता है.

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रेटिनोइड

रेटिनोइड व्हाइटहेड्स का एक अच्छा उपचार है. लगातार 3 महीने तक इसका उपयोग करने से व्हाइटहेड्स में काफी आराम मिल सकता है. आप व्हाइटहेड्स पर रेटिनोइड को रात में लगा सकते हैं. यह मुंहासों व व्हाइटहेड्स को रोकने में मदद कर सकता है. अगर आप व्हाइटहेड्स के लिए रेटिनोइड का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपको सनस्क्रीन जरूर लगानी चाहिए, क्योंकि रेटिनोइड से स्किन सूरज के प्रति अधिक सेंसिटिव हो जाती है.

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व्हाइटहेड्स एक तरह की स्किन प्रॉब्लम है. यह तब होते हैं, जब पोर्स बंद हो जाते हैं और त्वचा पर सीबम जमा हो जाता है. इस दौरान त्वचा पर सफेद गांठ दिखाई देने लगती है. गंदगी, ऑयल और बैक्टीरिया व्हाइटहेड्स को ट्रिगर कर सकते हैं. इन्हें हटाने के लिए सही स्किन केयर जरूरी है. इसके अलावा, कुछ घरेलू उपाय व दवाइयां भी व्हाइटहेड्स को रिमूव करने में मदद कर सकती हैं.

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