जैसे-जैसे उम्र अधिक होती है, शरीर में कोलेजन और इलास्टिन नामक प्रोटीन में कमी आने लगती है. इसकी वजह से त्वचा ढीली पड़ने लगती है. त्वचा पर झुर्रियां व फाइन लाइंस नजर आने लगते हैं. 35 से 40 वर्ष की उम्र में कोलेजन का उत्पादन कम होने लगता है. ऐसे में अधिकतर लोग अपनी त्वचा को एजिंग से बचाने के लिए तरह-तरह के सर्जिकल ट्रीटमेंट लेते हैं, लेकिन सर्जिकल या प्लास्टिक ट्रीटमेंट महंगा हो सकता है. साथ ही इसके कुछ गंभीर नुकसान भी हो सकते हैं. अगर आप नॉन-सर्जिकल ट्रीटमेंट चाहते हैं, तो इसके लिए रेडियोफ्रीक्वेंसी स्किन टाइटनिंग ट्रीटमेंट बेस्ट साबित हो सकता है.
आज इस लेख में आप स्किन टाइटनिंग के लिए और कोलेजन बढ़ाने के लिए रेडियोफ्रीक्वेंसी ट्रीटमेंट के बारे में विस्तार से जानेंगे -
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