यदि आप तैलीय बालों की समस्या से ग्रस्त हैं, तो आपको बाहरी उत्पादों के बजाय घर पर बने तेल, शैम्पू आदि उपयोग करने चाहिए। स्वस्थ बालों के लिए घर पर बने शैम्पू से बालों को धोने की कोशिश करें क्योंकि बाजार के शैम्पू में कई हानिकारक केमिकल्स मौजूद होते हैं जो आपके बालों को पर बहुत बुरा प्रभाव डालते हैं। यहां ऐसे चार घरेलू शैम्पू बताये जा रहे हैं जो आपके बालों का अतिरिक्त आयल निकालकर बालों को कोमल और सुन्दर बनाने में मदद कर सकते हैं।

आज के लेख में हम आपके साथ ऑयली हेयर के लिए घर पर शैंपू बनाने के 4 तरीके साझा करेंगे जो आपके बालों के सामान्य उत्पादों से लाख गुना अच्छे विकल्प हो सकते हैं। तो आइये जानते हैं इन शैम्पू को घर पर बनाने के तरीके -

बालों को काला, लंबा और घना बनाने का प्राकृतिक तरीका है भृंगराज तेल, जो ऑनलाइन बेस्ट ऑफर में मिल रहा है।

  1. तैलीय बालों के लिए फायदेमंद होममेड शैंपू
  2. सारांश
ऑयली बालों के लिए घर पर बना शैम्पू के डॉक्टर

घर में ऐसी कई सामग्रियां मौजूद होती हैं, जिनकी मदद से तैलीय बालों के लिए शैंपू बनाए जा सकते हैं। इसमें रोजमेरी, टी ट्री ऑयल और खुबानी आदि शामिल हैं। आइए, इन शैंपू के बारे में विस्तार से जानते हैं -

ऑयली बालों के लिए सेज, रोज़मेरी और जोजोबा से शैम्पू

इस शैम्पू में उपयोग होने वाले सेज (एक प्रकार का वृक्ष) में ऑयली बालों की गहरायी तक सफाई करने के गुण सबसे महत्वपूर्ण हैं।

रोज़मेरी और जोजोबा का तेल आपके सिर के प्राकृतिक तेलों को संतुलित करने का काम करते हैं, जो ऑयली बालों से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं।

सामग्री -

  • 240 मिलीलीटर पानी।
  • 15 ग्राम सेज (ताज़ा हो तो उत्तम है, लेकिन सूखे भी काम करेंगे)
  • 15 ग्राम रोज़मेरी (अधिमानतः ताज़ा, लेकिन सूखे भी काम करेंगे)
  • 15 मिलीलीटर जोजाबा तेल
  • 80 मिलीलीटर लिक्विड कैसाइल साबुन (ओलिव आयल और सोडियम हाइड्रोक्साइड से बना साबुन)

शैम्पू को बनाने की विधि -
सेज, रोज़मेरी और जोजोबा शैम्पू बनाने के लिए, उबले पानी में छन्नी की सहायता से सेज और रोज़मेरी 25-45 मिनट के लिए भिगो दें। अब इसमें साबुन और जोजाबा का तेल मिलाएं और धीरे धीरे चलाते रहिये। बस आपका शैम्पू तैयार है। इसे ठंडे और अंधेरे स्थान में स्टोर करें और हर हफ्ते सामान्य शैम्पू की तरह ही उपयोग करें।

 (और पढ़ें - जोजोबा तेल के फायदे)

टी ट्री आयल और खूबानी तेल से बनाये तैलीय बालों के लिए घर पर शैम्पू

टी ट्री आयल एक अद्भुत एंटिफंगल और एंटीसेप्टिक तेल है, जो इसे तैलीय और रूसी वाली दोनों ही प्रकार की खोपड़ियों (Scalps) के लिए बहुत अच्छा होता है। ये सिर की जूँ हटाने में भी मदद करता है, इसलिए यह स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए और उपयोगी होता है।

खुबानी तेल में बालों को कोमल बनाने के अद्भुत गुण होते हैं जो खोपड़ी सम्बन्धी और दोमुंहे बालों की समस्या में सहायता करते हैं।

नोट: टी ट्री आयल से जिन लोगों को एलर्जी होती है उनकी त्वचा पर इसके उपयोग से चकत्ते पड़ सकते हैं। यदि आप नहीं जानते हैं कि आपको टी ट्री आयल से एलर्जी है, तो शैम्पू बनाने से पहले, अपनी त्वचा पर थोड़े से तेल का उपयोग करके देख लें।

सामग्री –

  • 240 मिलीलीटर पानी
  • 80 मिलीलीटर लिक्विड कैसाइल साबुन
  • टी ट्री आयल की 10 बूंदें
  • 5 मिलीलीटर खूबानी तेल

शैम्पू को बनाने की विधि –
टी ट्री आयल और खूबानी तेल से शैम्पू बनाने के लिए, धीरे-धीरे बताई गयी मात्रा के अनुसार कैसाइल साबुन और पानी को मिलाएं और फिर दोनों तेल मिला दें। इसे भी एक ठंडे और अंधेरे स्थान में स्टोर करें और सामान्य शैम्पू करने की सामान्य विधि की तरह ही उपयोग करें।

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ऑयली बालों के लिए घर पर बनाएं एलोवेरा और नींबू का शैम्पू

एलोवेरा एक ऐसा पौधा है जिसमें जैल पाया जाता है जो अद्भुत चिकित्सकीय और एंटी फंगल गुणों से भरपूर होता है। इसे शैम्पू में मिलाने से स्कैल्प सम्बन्धी समस्याएं दूर होती हैं। नींबू एक उत्कृष्ट क्लीन्ज़र है जो अतिरिक्त तेल को प्रभावी रूप से सिर से बाहर निकालता है।

सामग्री -

  • 180 मिलीलीटर पानी
  • 60 मिलीलीटर लिक्विड कैसाइल साबुन
  • 2.5 मिलीलीटर एलोवेरा जैल
  • 15 मिलीलीटर नींबू का रस

शैम्पू को बनाने की विधि –
एलोवेरा और नींबू का शैम्पू बनाने के लिए, पानी और कैसाइल साबुन को एक साथ मिलाएं और धीरे धीरे हिलाते रहें। ऊपर बताई गयी मात्रा के अनुसार एलोवेरा और नींबू को इसमें मिलाएं और मिक्स करने के लिए हिलाते रहें। अन्य विधियों की तरह इसे भी ठंडे और अंधेरे स्थान में स्टोर करें और सामान्य शैम्पू करने की तरह ही उपयोग करें।

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ऑयली हेयर के लिए घर पर बना आंवला, रीठा और शिकाकाई शैम्पू है फायदेमंद

सामग्री -

  • 10 ग्राम शिकाकाई फली
  • 10 ग्राम रीठा बेरी
  • 5 ग्राम आंवला

यह मूल अनुपात है, आप अपने बालों की लम्बाई के अनुसार सामग्री अनुपातिक रूप में समायोजित कर सकती हैं। आप आंवला के स्थान पर नारंगी या नींबू के छिलकों का उपयोग भी कर सकती हैं। तीनों का उपयोग न करें। यदि आप सभी का या किसी का भी अधिक मात्रा में उपयोग करते हैं, तो इससे आपके बाल रूखे हो सकते हैं।

शैम्पू को बनाने की विधि –

  • एक पैन में 750 मिलीलीटर पानी लें और इसमें सारी सामग्रियां मिलाएं और इन्हें लगभग 8 घंटे के लिए भिगो दें।
  • जब तक यह मिश्रण उबलना शुरू नहीं हो जाता तब तक इसे गर्म करते रहिये। गैस की लौ को हल्का कम करके 5-15 मिनट के लिए उबाल लें। आप
  • जितना ज्यादा इसे पकाएंगी उतना अधिक ये गाढ़ा होगा। (यदि आप चाहें तो पानी मिला सकती हैं)
  • अब इसे गैस से हटा लें और इसे ठंडा करें। जब इसका तापमान, कमरे के तापमान के बराबर हो जाये तो हाथों से रीठा, शिकाकाई और आंवला / छिलकों को कुचल लें।
  • उपयोग करने से पहले छान लें और नार्मल शैम्पू की तरह ही उपयोग करें।

वैकल्पिक रूप से आप मुल्तानी मिट्टी / बेसन और दही के पैक का भी उपयोग कर सकती हैं। 6-7 चम्मच दही में 1 बड़ा चम्मच मुल्तानी मिट्टी / बेसन मिलाएं। इस पैक को अपने बालों में लगाएं और 10 से 15 मिनट तक लगा रहने दें। अब आंवला, रीठा और शिकाकाई शैम्पू की सहायता से बालों को अच्छी तरह से साफ कर लें। इससे उनका चिकनापन ख़त्म हो जायेगा।

(और पढ़ें - बालों के लिए आंवला, रीठा और शिकाकाई)

ये सभी सामग्रियां प्राकृतिक हैं और इनकी मदद से शैंपू बनाना आसान हैं। फिर भी कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है। ऐसे लोगों को इन शैंपू को इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट जरूर कर लेना चाहिए, ताकि किसी भी तरह की एलर्जी से बचा जा सके।

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Dr. Harshaprabha Katole

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