सफेद पानी का स्राव महिलाओं में होने वाली एक आम परेशानी है. योनि में नमी के लिए कुछ मात्रा में डिस्चार्ज सामान्य और आवश्यक होता है.
आमतौर पर, वजाइनल डिस्चार्ज ट्रांसपेरेंट या सफेद होते हैं. योनि में संक्रमण या फिर अन्य स्थितियों की वजह से वजाइनल डिस्चार्ज के रंग, गंध और मात्रा में बदलाव होने लगता है. यह एक गंभीर स्थिति की ओर इशारा करता है. कई बार सफेद पानी योनि या गर्भाशय से संबंधित रोग के लक्षण भी हो सकते हैं.
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योनि से सफेद पानी आने से खून की कमी, सर्वाइकल कैंसर का खतरा, चेहरे का पीला पड़ना, आंखों का काला होना या बालों का झड़ना जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
आज हम इस लेख में जानेंगे सफेद पानी से होने वाले नुकसान के बारे में बताएंगे -
(और पढ़ें - सफेद पानी का आयुर्वेदिक इलाज)
- सफेद पानी से क्या नुकसान हो सकते हैं - What complications can leucorrhea lead to in Hindi?
- सफेद पानी से कैसे करें बचाव - How to prevent white discharge in Hindi
- सारांश - Summary
सफेद पानी से क्या नुकसान हो सकते हैं - What complications can leucorrhea lead to in Hindi?
योनि में संक्रमण के कारण डिस्चार्ज की मात्रा बढ़ सकती है और ये किसी भी समय आने लगता है. अत्यधिक मात्रा में सफेद पानी विभिन्न स्थितियों जैसे- गर्भाशय में संक्रमण, इनफर्टिलिटी, शरीर में खून की कमी, योनि में खुजली, जलन, रैशेज इत्यादि की ओर संकेत करता है. आइए इस विस्तार से जानें, सफेद पानी से होने वाले और क्या नुकसान हैं -
खून की कमी
योनि से काफी अधिक सफेद पानी का स्राव होने से महिलाओं के शरीर में खून की कमी हो सकती है. नेशनल हेल्थ पोर्टल ऑफ इंडिया के मुताबिक, सफेद पानी की समस्या होने पर शरीर में खून की कमी हो सकती है. इस स्थिति में महिलाओं को आयरन युक्त आहार का सेवन करने की आवश्यकता होती है. वहीं, काफी अधिक सफेद पानी का स्त्राव होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. ताकि गंभीर परिस्थिति से बच सकें.
(और पढ़ें - सफेद पानी किसकी कमी से आता है)
सर्विक्स कैंसर का खतरा
सामान्य योनि स्राव शरीर में रासायनिक संतुलन और योनि की मांसपेशियों के लचीलेपन को बनाए रखने में मददगार होता है. साथ ही यह योनि के लिए सामान्य रक्षात्मक प्रणाली के रूप में काम करता है. जब इस तरह के स्राव सामान्य से अधिक होते हैं और दुर्गंध के साथ सफेद या पीले रंग का गाढ़ा तरल होता है तो अत्यधिक सफेद पानी आने से कैंसर का खतरा भी हो सकता है. खासतौर पर जब इंफेक्शन की वजह से सफेद पानी आए, ये स्थिति सर्विक्स कैंसर की ओर इशारा कर सकती है. इसलिए अगर आपको सफेद पानी की परेशानी हो रही है, तो तुरंत अपनी जांच कराएं.
चेहरे का पीला पड़ना
सफेद पानी की परेशानी काफी ज्यादा होने पर आपके चेहरे पर भी इसका बुरा असर दिख सकता है. काफी ज्यादा सफेद पानी की समस्या होने से चेहरे का रंग धीरे-धीरे पीला पड़ने लगता है. यह शरीर में अत्यधिक स्त्राव और पोषक तत्वों की कमी के कारण होता है.
(और पढ़ें - योनि स्राव के प्रकार)
आंखों का काला होना
अत्यधिक सफेद पानी की परेशानी होने पर आंखों के रंग में फर्क पड़ने लगता है. दरअसल, शरीर से जब काफी ज्यादा स्त्राव होता है, तो शरीर में मौजूद कई पोषक तत्व बाहर निकल जाते हैं. इसकी वजह से महिलाओं के शरीर में कैल्शियम और आयरन की कमी होने लगती है. जिससे आंखों का रंग काला हो सकता है.
बालों का झड़ना
सफेद पानी की समस्या काफी ज्यादा होने पर आपके बालों पर भी इसका विपरीत असर हो सकता है. सफेद पानी की वजह से शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण बाल काफी ज्यादा झड़ सकते हैं. इसलिए इस तरह की परेशानी से बचने के लिए डॉक्टर से सलाह लें.
सफेद पानी से होने वाले कुछ अन्य नुकसान
सफेद पानी से होने वाले कुछ अन्य नुकसान इस प्रकार हैं -
- भूख न लगना
- चेहरे का धंसना
- चिड़चिड़ापन
- काम में मन न लगना
- बालों का झड़ना
- आंखों की रोशनी कम होना
- कब्ज की शिकायत होना
- बार-बार मूत्र आना
- योनि का गीला रहना
- योनि में खुजली
- योनि में जलन होना
- पेट के निचले हिस्से में दर्द और भारीपन
- शरीर में काफी ज्यादा कमजोरी होना
- सांस लेने में परेशानी
- सिरदर्द होना
(और पढ़ें - सफेद पानी का होम्योपैथिक इलाज)
सफेद पानी से कैसे करें बचाव - How to prevent white discharge in Hindi
अत्यधिक सफेद पानी की समस्या से बचने के लिए कुछ सुझाव हैं, जिसे फॉलो करके आप काफी हद तक इस समस्या से बच सकते हैं, जैसे -
- योनि के बाहरी हिस्से को हल्के हाथों, साबुन और गर्म पानी से धोएं. ध्यान रखें कि साबुन को सीधे योनि में न लगाएं.
- कभी भी खुशबूदार साबुन और केमिकल्स युक्त प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें.
- फेमिनिन स्प्रे और बबल बाथ से बचें.
- मल त्यागने के बाद योनि में संक्रमण और बैक्टीरिया पनपने से रोकने के लिए हमेशा अपने एनस को आगे से पीछे की ओर धोएं.
- हमेशा कॉटन अंडरवियर पहनें.
- अत्यधिक टाइट कपड़े पहनने से बचें.
- बर्थ पिल्स का अधिक सेवन ना करें.
- डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सही इलाज लें.
(और पढ़ें - सफेद पानी के घरेलू उपाय)
सारांश - Summary
सफेद पानी का स्राव जिसे योनि स्त्राव या वजाइनल डिस्चार्ज कहते हैं, कुछ मात्रा में इसका आना सही है लेकिन अत्यधिक मात्रा में सफेद पानी महिलाओं के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है. काफी अधिक सफेद पानी आने से शरीर में खून की कमी, योनि में खुजली, जलन, रैशेज, प्रजनन क्षमता पर असर इत्यादि हो सकते हैं.
ऐसे में यदि आपको सफेद पानी की परेशानी हो रही है, तो अपना तुरंत इलाज कराएं. डॉक्टर को अपनी परेशानी बताने से हिचकिचाएं नहीं.
(और पढ़ें - गर्भावस्था में सफेद पानी आना)
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