आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई आगे निकल जाने की चाहत रखता है. इसका असर घर, परिवार और प्रोफेशनल लाइफ पर भी पड़ता है. इसकी वजह से अधिकतर लोग अक्सर ही तनाव या चिंता में रहते हैं. चिंता यानी एंग्जायटी एक सामान्य समस्या है. प्रत्येक व्यक्ति को किसी-न-किसी वजह से चिंता हो ही जाती है, लेकिन अगर चिंता लंबे समय तक रहे, तो इसका इलाज करवाना जरूरी हो जाता है. अधिक समय तक चिंता में रहने का असर व्यक्ति के संपूर्ण मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है. ऐसे में बेंजोडायजेपाइन व एडेनोसिलकोबालामिन जैसी दवाएं लेने से एंग्जायटी का इलाज किया जा सकता है.
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आज इस लेख में हम ऐसी दवाइयों के बारे में जानेंगे, जिनकी मदद से एंग्जाइटी डिसऑर्डर का इलाज किया जा सकता है -
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एंग्जायटी डिसऑर्डर के लिए दवाइयां
सिरदर्द, चक्कर आना, नींद न आना और तनाव में रहना एंग्जायटी डिसऑर्डर के लक्षण हो सकते हैं. लेकिन इन लक्षणों को कुछ दवाइयों की मदद से कम करने में मदद मिल सकती है. एंग्जायटी डिसऑर्डर के लिए दवाइयां इस प्रकार हैं -
बेंजोडायजेपाइन - Benzodiazepines
एंग्जायटी डिसऑर्डर का इलाज करने के लिए आप बेंजोडायजेपाइन दवा का सेवन कर सकते हैं. यह दवा मांसपेशियों को आराम देने का काम करती है. साथ ही दिमाग को भी शांत करने में मदद कर सकती है.
दरअसल, बेंजोडायजेपाइन न्यूरोट्रांसमीटर के प्रभाव को बढ़ाने का काम करती है. यह केमिकल होता है, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं के बीच संदेशों को रिले करने का काम करती है. यह दवा पैनिक डिसऑर्डर का इलाज करने में मदद कर सकती है. अल्प्राजोलम, क्लोर्डियाजेपॉक्साइड, क्लोनाजेपम, डायजेपाम लोराजेपम नामक बेंजोडायजेपाइन दवाइयां एंग्जायटी डिसऑर्डर का इलाज कर सकती हैं. बेंजोडायजेपाइन दवा लेने पर सुस्ती व सिरदर्द जैसे साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं.
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बस्पिरॉन - Buspirone
बस्पिरॉन दवा एंग्जायटी डिसऑर्डर का इलाज कर सकती है. यह दवा सामान्य और गंभीर एंग्जाइटी को ठीक करने में मदद कर सकती है. यह दवा मस्तिष्क में रसायनों को प्रभावित करती है, जिससे मूड बेहतर होता है और तनाव कम होता है. एंग्जायटी डिसऑर्डर को ठीक करने के लिए बस्पिरॉन को काफी प्रभावी माना जाता है. वहीं, इसे अधिक मात्रा में लेने पर सिरदर्द, मतली\ व चक्कर आना जैसी समस्या हो सकती है. कुछ लोगों को बस्पिरॉन लेने के बाद नींद आने में मुश्किल हो सकती है.
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बीटा-ब्लॉकर्स - Beta-Blockers
अगर किसी में एंग्जायटी डिसऑर्डर के लक्षण नजर आ रहे हैं, तो बीटा ब्लॉकर्स दवा ले सकते हैं. इस दवा का उपयोग हृदय की समस्याओं का इलाज करने के लिए किया जाता है. एंग्जायटी डिसऑर्डर के लक्षणों को कम करने के लिए डॉक्टर प्रोप्रेनोलॉल जैसे बीटा ब्लॉकर्स लिख सकते हैं. यह दवा सामान्य चिंता का इलाज करने में असरदार हो सकती है. वहीं, इसे अधिक मात्रा में लेने पर थकान, सांस लेने में दिक्कत व नींद न आना जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
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एडेनोसिलकोबालामिन - Adenosylcobalamin
एंग्जायटी डिसऑर्डर का इलाज करने में एडेनोसिलकोबालामिन दवा भी कारगर हो सकती है. यह दवा विटामिन-बी12 का सक्रिय रूप है. यह पानी में घुलनशील विटामिन है, जिसका उपयोग विटामिन-बी12 की कमी को दूर करने के लिए किया जा सकता है. इसके साथ ही इस दवा का उपयोग एनीमिया व अवसाद में भी इस्तेमाल किया जाता है. चिंता और तनाव को कम करने में एडेनोसिलकोबालामिन दवा उपयोगी साबित हो सकती है.
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एमिट्रिप्टिलाइन - Amitriptyline
एमिट्रिप्टिलाइन एक एंटीडिप्रेसेंट दवा है, जो चिंता और अवसाद का इलाज कर सकती हैं. आपको बता दें कि एंटीडिप्रेसेंट दवाइयां न्यूरोट्रांसमीटर को प्रभावित करके काम करती हैं. इस दवा का उपयोग चिंता के लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है. एंग्जायटी डिसऑर्डर का इलाज करने के लिए ये दवा 4 से 6 सप्ताह का समय ले सकती है.
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सारांश
अगर आपको एंग्जायटी डिसऑर्डर के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो इस स्थिति को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें. शुरुआत में यह समस्या सामान्य हो सकती है, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है, एंग्जायटी डिसऑर्डर के लक्षण बिगड़ने शुरू हो जाते हैं. ऐसे में कुछ दवाइयां एंग्जायटी डिसऑर्डर का इलाज कर सकती है. वहीं, एंग्जायटी डिसऑर्डर का इलाज करने के लिए कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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एंग्जायटी डिसऑर्डर के लिए दवा के डॉक्टर

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