हस्त पाद अंगुष्ठासन कूल्हों और टांगों की सभी मांसपेशियों को स्ट्रेच करने पर फोकस करता है। यह बहुत सरल और उत्तम आसन है जिससे पेल्विक हिस्से को मजबूती मिलती है, यह खासतौर पर लड़कियों के लिए फायदेमंद होता है।
हस्त पाद अंगुष्ठासन इस मुद्रा के लिए बिलकुल सही नाम है। हस्त शब्द का मतलब होता है हाथ, पाद का अर्थ पद यानि पैद और अंगुष्ठा का मतलब पैर की उंगली होता है। इस मुद्रा में आपको करवट लेकर लेटना होता है और टांग और बांह को ऊपर उठाकर पैर की उंगलियों को छूना होता है।
आगे जानिए कि हस्त पाद अंगुष्ठासन को करने का सही तरीका क्या है और इसके क्या लाभ हैं।