संस्कृत शब्द 'सिद्ध' का शाब्दिक अर्थ 'शक्ति' और 'पूर्णता' है। 'सिद्धि' शब्द सिद्ध से बना है और इसका अभिप्राय योगाभ्यासों से प्राप्त अतीन्द्रिय (इंद्रियों) शक्ति या क्षमता है। इस आसन से सिद्धि प्राप्त होती है और इस आसन को योगियों द्वारा अधिकतर किया जाता है।
इस लेख में सिद्धासन करने के तरीके व उससे होने वाले लाभों के बारे में बताया गया है। साथ ही लेख में यह भी बतायाा गया है कि सिद्धासन के दौरान क्या सावधानी बरतनी चाहिए।
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