चतुरंग दंडासन का नाम तीन शब्दों के मेल से बना है: चतुर, अंग, और दण्ड। चतुर का मतलब चार, अंग यानी शरीर का हिस्सा, और दण्ड का मतलब है डंडा। चतुरंग दंडासन सूर्य नमस्कार A और सूर्य नमस्कार B का एक महत्वपूर्ण भाग है। इस आसन को हर किसी को करना चाहिए कोयोंकि यह आपको बहुत ताक़त प्रदान करता है।
आगे इस लेख में जानिए कि चतुरंग दंडासन कैसे करें, लाभ और इस आसन को करते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। साथ ही इस लेख में हमने चतुरंग दंडासन का विडियो भी दिया गया है।
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