अगर आपकी एक फैलोपियन ट्यूब खराब है तो चिंता न करें, आप दूसरी ट्यूब से भी प्रेग्नेंट हो सकती हैं। आप डॉक्टर से मिलें, वह प्रेगनेंसी के लिए आपको प्रजनन क्षमता बढ़ाने वाली दवा देंगे।
अगर आप प्रेगनेंसी चाहती हैं तो आप एक ट्यूब से भी प्रेग्नेंट हो सकती हैं। डॉक्टर ने आपको एडिनोमायोसिस की प्रॉब्लम बताई है तो आप डॉक्टर से मिलकर हार्मोनल प्रॉब्लम के लिए इलाज करवाएं, वह दर्द के लिए दवा भी देंगी।
जी नहीं, फैलोपियन ट्यूब का पता अल्ट्रासाउंड में नहीं चलता है। ट्यूब की जांच के लिए एचएसजी टेस्ट किया जाता है इसकी रिपोर्ट में पता चल जाता है कि कौन-सी ट्यूब बंद है।
जी हां, डॉक्टर ने आपको सही सलाह दी है। जब दोनों फैलोपियन ट्यूब बंद हो तो बेबी टेस्ट ट्यूब (आईवीएफ) से ही प्रेगनेंसी की जाती है।
जी नहीं, आईवीएफ कराने से फैलोपियन ट्यूब नहीं खुलती है। जब महिला की दोनों फैलोपियन ट्यूब बंद हो जाती हैं तो उनकी प्रेगनेंसी आईवीएफ की मदद से की जाती है।
फैलोपियन ट्यूब गर्भाशय के दोनों तरफ होती हैं और अंडे को अंडाशय से बच्चेदानी तक पहुंचाने का काम करती हैं।
जी नहीं, ट्यूब बंद होने का इलाज दवाइयों के जरिए नहीं होता है। इसके लिए लेप्रोस्कोपी (सर्जरी) करवानी पड़ती है।
नैचुरली आपकी प्रेगनेंसी होना संभव नहीं है। अगर आप प्रेग्नेंट होना चाहती हैं तो आईवीएफ विशेषज्ञ से सलाह लें।
फैलोपियन ट्यूब बंद होने के बाद आपने 2 बार आईवीएफ करवाया है लेकिन बेबी नहीं हुआ है तो आप न उम्मीद न हों, एक साल के बाद फिर से आईवीएफ करवाएं।
जी नहीं, फैलोपियन ट्यूब टेस्ट को करने के लिए योनि के हिस्से को सुन्न नहीं किया जाता है। फैलोपियन ट्यूब टेस्ट को एचएसजी कहते हैं। फैलोपियन ट्यूब को चेक करने के लिए किसी उपकरण से डॉक्टर योनि में नीले रंग की डाई डालते हैं जो एक्स-रे मशीन में दिखाई देती है। यह नीला रंग योनि के रास्ते होते हुए फैलोपियन ट्यूब में जाता है। अगर यह रंग फैलोपियन ट्यूब में चला जाता है तो इसका मतलब है कि फैलोपियन ट्यूब ठीक है लेकिन अगर यह नीला रंग ट्यूब में नहीं जाता है तो इसका मतलब है कि ट्यूब बंद है।
फैलोपियन ट्यूब बंद होने के कई करण होते हैं। मिसकैरेज होने से फैलोपियन ट्यूब बंद नहीं होती है। अगर मिसकैरेज के बाद आपको योनि में किसी तरह का संक्रमण हुआ था तो ट्यूब बंद हो सकती है। लेकिन इससे बेहतर यह है कि आप डॉक्टर से जांच करवा लें। इसकी रिपोर्ट से आपको सही कारण का पता चल जाएगा।
जी नहीं, फैलोपियन ट्यूब टेस्ट के लिए महिलाओं को बेहोश नहीं किया जाता है।
डॉक्टर ने रिपोर्ट देखने के बाद आपको ट्यूब में टीबी बताया है तो आपको इसका इलाज शुरू कर देना चाहिए। इसका 9 महीने का कोर्स होता है। इसके बाद आप बच्चे के लिए आईवीएफ करवा सकती हैं।