मोटापे की समस्या से परेशान लोग हर तरह के जतन करते हैं ताकि उनका वजन कम हो जाए, लेकिन कई बार डाइट से लेकर एक्सरसाइज तक तमाम कोशिशों के बावजूद उनका वजन कम नहीं होता। जिस कारण बहुत से लोगों को वजन कम करना बेहद कठिन लग सकता है। कभी-कभी आपको ऐसा लगता है कि आप तो सबकुछ ठीक कर रहे हैं, फिर भी परिणाम क्यों नहीं मिल रहे। तो इसका जवाब ये है कि हो सकता है कि आप पुरानी सलाह या गलत तरीके अपना रहे हों जो वजन घटाने में आपकी प्रगति में बाधा बन रहे हों।

(और पढ़ें - वजन कम करें इन 3 लाजवाब तरीकों से)

शरीर का मोटापा कम करने के लिए वजन घटाना हो या फिर अपने वजन को कंट्रोल में रखने के लिए आदर्श वजन को बनाए रखना हो- दोनों के लिए ही स्ट्रैटजी यानी सही रणनीति की जरूरत होती है। हम आपको इस आर्टिकल में उन सामान्य गलतियों के बारे में बता रहे हैं, जिनकी वजह से बार-बार कोशिश करने के बाद भी आपका वजन कम नहीं हो रहा है।

  1. वेट लॉस से जुड़ी कॉमन गलतियां - Weight loss se judi common galtiyan

जब बात वेट लॉस या वजन घटाने की आती है तो हर कोई अपने अनुभव या इंटरनेट पर मौजूद जानकारी के आधार पर आपको इतनी सारी सलाह देता है कि आप भी कन्फ्यूज हो जाते होंगे कि आखिर इनमें से किसका पालन किया जाए और किससे सही नतीजे मिलेंगे।

कई बार तो कुछ लोग वजन घटाने के चक्कर में इस कदर निराश या कुंठित हो चुके होते हैं कि वे हद से ज्यादा एक्सरसाइज और डाइटिंग करने लग जाते हैं, जिसका शरीर पर नकारात्मक असर देखने को मिलता है। लिहाजा फिट और हेल्दी बने रहने के लिए वजन जरूर घटाएं, लेकिन भूल से भी ये गलतियां न करें :

(और पढ़ें - डाइटिंग और एक्सरसाइज के बिना घटना वजन किसी बीमारी का संकेत तो नहीं)

  1. बहुत ज्यादा या बहुत कम कैलोरी का सेवन करना - Consuming too many or too less calories in hindi
  2. एक्सरसाइज न करना या बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करना - Exercising too much or too less in hindi
  3. अचानक अपने आहार में बहुत ज्यादा कमी कर देना - Going on crash diet in hindi
  4. पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन न करना - Not taking enough protein in hindi
  5. पर्याप्त मात्रा में फाइबर का सेवन न करना - Not taking enough fiber in hindi
  6. पर्याप्त नींद न लेना - Not taking sufficient sleep in hindi
  7. भूख न होने पर भी बार-बार भोजन करना - Eating regularly without feeling hungry in hindi
  8. केवल वजन के कांटे पर ही ध्यान केंद्रित करना - Only focusing on weighing scale in hindi

बहुत ज्यादा या बहुत कम कैलोरी का सेवन करना - Consuming too many or too less calories in hindi

वजन घटाने के लिए कैलोरी की कमी बेहद आवश्यक है। इसका मतलब है कि आप जितनी कैलोरी का उपभोग कर रहे हैं उससे अधिक कैलोरी बर्न करने की जरूरत है। कैलोरी की कमी की आवश्यकता हर व्यक्ति में एक, दूसरे से अलग होती है। आपको भले ही ऐसा लगे कि आप तो कम कैलोरी का सेवन कर रहे हैं लेकिन हकीकत में आप खुद को वास्तविकता से कम आंकते हैं। 2 हफ्ते तक चली एक स्टडी में 10 मोटे लोगों ने बताया कि वे रोजाना 1 हजार कैलोरी का सेवन कर रहे थे, लेकिन लैब टेस्टिंग में पता चला कि वे रोजाना 2 हजार कैलोरी ले रहे थे।

(और पढ़ें - वजन कम करने के लिए कितनी कैलोरी खाएं)

वहीं दूसरी तरफ अपने कैलोरी इनटेक को अचानक से बहुत ज्यादा कम कर देना भी प्रतिकूल असर डालता है। रोजाना 1 हजार से कम कैलोरी प्रदान करने वाले डायट पर किए गए अध्ययन से पता चलता है कि इनसे मांसपेशियों को नुकसान होता है और मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे वजन घटाने में मुश्किल आती है।

एक्सरसाइज न करना या बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करना - Exercising too much or too less in hindi

अगर आप अपनी डायट में कैलोरी की मात्रा को तो सीमित कर लेते हैं लेकिन व्यायाम या एक्सरसाइज बिलकुल नहीं करते तो आपकी मांसपेशियों में अधिक कमी हो जाएगी और मेटाबॉलिज्म की दर भी धीमी हो जाएगी। इसके विपरीत, एक्सरसाइज करने से चयापचय या मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया को धीमा होने से रोकने में मदद मिलती है।

(और पढ़ें - ये चीजें जो आपके मेटाबॉलिज्म को कर रही हैं स्लो)

हालांकि, जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करना भी कई तरह की समस्याएं खड़ी कर सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि ज्यादातर लोगों के लिए लंबे समय तक बहुत अधिक एक्सरसाइज करना अपरिहार्य होता है और इससे तनाव बढ़ता है। बहुत अधिक एक्सरसाइज करके अपने शरीर को अधिक कैलोरी जलाने के लिए मजबूर करना न तो किसी भी तरह से प्रभावी है और न ही स्वस्थ।

अचानक अपने आहार में बहुत ज्यादा कमी कर देना - Going on crash diet in hindi

अगर आप अचानक अपने भोजन के सेवन में बहुत ज्यादा कमी कर देते हैं, तो आपका शरीर जीवित रहने के लिए और ऊर्जा को अधिक कुशलता से संग्रहीत करने के लिए आपके मेटाबॉलिज्म की दर को धीमा कर देगा। यही कारण है कि डायटिंग करने वाले लोगों को अक्सर चॉकलेट और आइसक्रीम जैसी चीजें खाने की तीव्र इच्छा होती है जो उनकी ऊर्जा के स्तर को तुरंत बढ़ावा देता है और इस कारण शुरुआत के कुछ हफ्तों में तो वजन घटता है, लेकिन फिर नाटकीय रूप से वजन घटने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।

(और पढ़ें - वजन घटाने के लिए अपनाएं मजेदार लाइफस्टाइल टिप्स)

शरीर के उचित और आदर्श वजन तक पहुंचने और उसे बनाए रखने के लिए, आपको संतुलित आहार का सेवन करने की जरूरत है जिसमें पोषक तत्वों की मात्रा भरपूर हो और जिससे आप बीमारियों से बचे रहें, सही मात्रा में ऊर्जा भी मिले और मनोवैज्ञानिक रूप से भी आप स्वस्थ बने रहें।

पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन न करना - Not taking enough protein in hindi

अगर आप वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं तो आपके लिए पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन करना बेहद जरूरी है। प्रोटीन वेट लॉस में कई तरीके से मददगार साबित हो सकता है। प्रोटीन, भूख को कम करता है, पेट भरने और संतुष्टि की भावना को बढ़ाता है, कैलोरी इनटेक को कम करता है और मेटाबॉलिक रेट को भी बढ़ाता है।

12 दिनों तक चली एक स्टडी में लोगों ने ऐसी डायट का सेवन किया, जिसमें 30 प्रतिशत कैलोरी प्रोटीन युक्त आहार से मिल रही थी। इस दौरान उन्होंने प्रतिदिन औसतन 575 कम कैलोरी का उपभोग किया, उन दिनों की तुलना में जब वे 15 प्रतिशत कैलोरी प्रोटीन युक्त भोजन से प्राप्त कर रहे थे। वजन घटाने का आपका लक्ष्य और बेहतर हो पाए इसके लिए सुनिश्चित करें कि आपके प्रत्येक भोजन में उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ शामिल हों।

(और पढ़ें - प्रोटीन पाउडर लेने से हो सकते हैं ये नुकसान)

पर्याप्त मात्रा में फाइबर का सेवन न करना - Not taking enough fiber in hindi

कम फाइबर वाला आहार आपके वजन घटाने के प्रयासों को नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल, कई अध्ययनों से पता चलता है कि पानी में घुल जाने वाला घुलनशील फाइबर पानी को धारण करने वाले जेल का निर्माण करता है जिससे भूख कम करने में मदद मिलती है। यह जेल आपके पाचन मार्ग में धीरे-धीरे आगे बढ़ता है जिससे आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है। रिसर्च की मानें तो सभी तरह के फाइबर से वजन घटाने में मदद मिलती है।

(और पढ़ें - फाइबर युक्त आहार)

पर्याप्त नींद न लेना - Not taking sufficient sleep in hindi

जब हम थके हुए होते हैं तो न केवल हम अनहेल्दी खाद्य पदार्थ खाने को तरसते हैं, बल्कि हमारी नींद का स्तर हमारे हार्मोन के स्तर से भी जुड़ा होता है। जो लोग नींद से वंचित होते हैं, उनमें स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल का अधिक स्त्राव होता है इसलिए वे अधिक तनाव में रहते हैं और वह वसा भंडारण को भी ट्रिगर करता है। नींद की कमी के कारण भूख से जुड़े हार्मोन लेप्टिन और घ्रेलिन में भी उतार-चढ़ाव होता है, जो यह संकेत देता है कि आपका पेट भरा हुआ है या आप भूखे हैं।

(और पढ़ें - मोटापा बढ़ा रहा है ब्रेन डैमेज का जोखिम)

भूख न होने पर भी बार-बार भोजन करना - Eating regularly without feeling hungry in hindi

बीते कई सालों तक वजन घटाने की पारंपरिक सलाह यही रही कि कुछ एक घंटे के अंतराल में लगातार कुछ खाया जाए ताकि भूख और मेटाबॉलिज्म में गिरावट को रोका जा सके। लेकिन इस तरीके की वजह से व्यक्ति दिनभर में बहुत ज्यादा कैलोरी का सेवन कर लेता है, लेकिन कभी भी उसका पेट भरा हुआ महसूस नहीं होता। हर सुबह भूख न रहने पर भी नाश्ता करने की सिफारिश भी गलत प्रतीत होती है।

(और पढ़ें - सुबह का नाश्ता न करने के हो सकते हैं ये नुकसान)

जब आप भूखे हों और केवल जब आपको सचमुच भूख लगी हो तभी भोजन करना सफल तरीके से वजन घटाने की कुंजी है। हालांकि, खुद को बहुत अधिक भूखा रखना भी सही नहीं है। भूख से बेहाल होने से बेहतर है कि आप कोई स्नैक्स खा लें ताकि आपको भोजन में क्या खाना है इस बारे में आप सही फैसला ले पाएं।

केवल वजन के कांटे पर ही ध्यान केंद्रित करना - Only focusing on weighing scale in hindi

सही डायट और एक्सरसाइज करने के बावजूद आपका वजन तेजी से कम नहीं हो रहा है ऐसा महसूस करना बेहद आम बात है। हालांकि, वजन के कांटे पर जो संख्या दिख रही है वह आपके वजन में परिवर्तन का केवल एक तरीका है। आपका वजन कई चीजों से प्रभावित होता है जिसमें तरल पदार्थ का उतार-चढ़ाव और आपके सिस्टम में कितना खाना बचा हुआ है, ये सारी बातें शामिल हैं। अगर कांटे पर वजन की संख्या में कोई अंतर नहीं दिख रहा तो हो सकता है कि आप फैट मास (वसा द्रव्यमान) को खो रहे हों लेकिन पानी के वजन को नहीं। लिहाजा सिर्फ वजन के कांटे पर नजर रखने की बजाए आप चाहें तो टेप से अपनी कमर की नाप भी ले सकते हैं।

(और पढ़ें - वजन कम करने के लिए कैसे करें खाने की मात्रा को नियंत्रित)

और पढ़ें ...
ऐप पर पढ़ें