मुहाँसों के उपचार के लिए विटामिन ई को एंटीऑक्सीडेंट के रूप में जाना जाता है। पोषण की दृष्टि से, विटामिन ई एक सूजनरोधी है, जिसका अर्थ यह है कि यह इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ावा देने और कोशिका पुनर्जनन में मदद कर सकता है और विटामिन ई के ये गुण विशेष रूप से सूजन वाले निम्न लिखित मुँहासे में मदद कर सकते हैं, जैसे:
- अल्सर
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पपल्स
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फुंसी
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निशान
विटामिन ई मुँहासे के इलाज में मदद कर सकता है। जब मुँहासे के इलाज की बात आती है, तो विटामिन ई को त्वचा के ऊपर लगाना सबसे अच्छा है। फिर भी आप इसे आहार के रूप में सबसे अधिक लें।
एक अध्ययन में पाया गया कि विटामिन ई के 3 महीने की अवधि तक उपयोग करने से प्रतिभागियों में गंभीर मुहाँसों में काफी अंतर देखा । 2006 के एक अन्य अध्ययन में विटामिन ए और ई दोनों को मिला कर उपयोग किया गया। परिणामों से पता चला कि इस संयोजन ने मुँहासे के इलाज में मदद की।
एक अन्य अध्ययन में विटामिन ए के साथ जिंक और विटामिन ई की जांच की गई। इस विशेष जांच में गंभीर मुँहासे वाले वयस्कों के सीरम के स्तर की जांच की गई, और पाया गया कि कुछ प्रतिभागियों में पोषण संबंधी कमियां थीं। इन मामलों में पोषण संबंधी सहायता से मदद मिली। ,
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