मोरिंगा का तेल भारत, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में मुख्य रूप से उपयोग किया जाता है, जिसे आम तौर पर ड्रमस्टिक पेड़ के नाम से जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम मोरिंगा ओलीफेरा (Moringa oleifera) है। यह पेड़ दुनिया भर में सांस्कृतिक और औषधीय रूप से उपयोग किया जाता है। मोरिंगा के पेड़ में छाल, पत्तियां, फल और बीज होते हैं जिनका उपयोग नेचुरल हेल्थ प्रैक्टिस के लिए किया जा सकता है। लेकिन इसकी जड़ का अर्क जहरीला हो सकता हैं। मोरिंगा का तेल आमतौर पर कोल्ड प्रेस प्रक्रिया के माध्यम से तैयार किया जाता है।