हृदय हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है. स्वस्थ रहने के लिए हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखना जरूरी होता है. एक्सरसाइज व अच्छा खानपान हृदय स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं. वहीं, अधिकतर लोगों के मन में यह सवाल भी आता है कि हृदय स्वास्थ्य के लिए डेयरी उत्पाद कितने लाभकारी होते हैं? साथ ही हृदय के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए डेयरी उत्पाद लेने चाहिए या नहीं?

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आज इस लेख में आप हृदय स्वास्थ्य के लिए डेयरी उत्पाद के फायदों और नुकसान के बारे में विस्तार से जानेंगे -

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  1. हृदय स्वास्थ्य के लिए डेयरी उत्पाद के फायदे
  2. हृदय स्वास्थ्य के लिए डेयरी उत्पाद के नुकसान
  3. डेयरी प्रोडक्ट्स से एलर्जी होने पर करें इन चीजों का सेवन
  4. सारांश
  5. दिल के लिए डेयरी उत्पाद के फायदे व नुकसान के डॉक्टर

दूधपनीर और दही जैसे डेयरी उत्पाद पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. इनमें हाई फैट होता है, जिसे हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि डेयरी फैट हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं. आइए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं -

  • एक रिसर्च में पता चला है कि जो लोग हाई फैट से भरपूर डेयरी प्रोडक्ट्स लेते हैं, उनमें हृदय रोग का जोखिम कम होता है. वहीं, जिन लोगों में फैटी एसिड की मात्रा अधिक थी, उनमें भी हृदय रोग का जोखिम कम देखने को मिला.
  • एक रिसर्च में साबित हुआ कि जो लोग दूध, दही और पनीर जैसे हाई फैट फूड्स खाते हैं, उनमें कम मात्रा में डेयरी प्रोडक्ट्स लेने वाले लोगों की तुलना में हृदय रोग विकसित होने की आशंका कम हो सकती है.
  • कुछ समय पहले हुए शोध से पता चलता है कि सीमित मात्रा में डेयरी उत्पाद लेने से स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है. रिसर्च में साबित हुआ कि जो लोग दिन में दो बार से अधिक दूध, पनीर या दही का सेवन करते हैं, उन्हें हृदय रोग का सामना कम ही करना पड़ता है.
  • दूध और अन्य डेयरी प्रोडक्ट्स कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायक हो सकते हैं. एक नए अध्ययन से पता चलता है कि दूध पीने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो सकता है. आपको बता दें कि दूध से बॉडी मास इंडेक्शन और फैट बढ़ता है. फिर भी यह कोलेस्ट्रॉल और कोरोनरी हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है.
  • शोधकर्ताओं ने इस बात को भी कंफर्म किया है कि डेयरी प्रोडक्ट्स हृदय रोगों का इलाज नहीं करता है. यह डेयरी फैट हृदय से संबंधित समस्याओं से बचाता है. रिसर्च बताते हैं कि डेयरी फैट सिर्फ हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रख सकता है. साथ ही हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होते हैं.

(और पढ़ें - हृदय रोग के लिए आयुर्वेदिक दवा)

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अगर हृदय के लिए डेयरी उत्पाद के फायदे हैं, तो इनके अधिक सेवन से कुछ नुकसान भी हैं. इस तथ्य की पुष्टि कुछ वैज्ञानिक अध्ययन के आधार पर होती है -

  • 2014 के एक अध्ययन में पता चला है कि जो महिलाएं एक दिन में 3 गिलास से अधिक दूध पीती हैं, उनकी हृदय रोग से मृत्यु होने की आशंका 93 प्रतिशत अधिक होती है. इसलिए हृदय को स्वस्थ बनाए रखने के लिए दूध कम मात्रा में ही पीना चाहिए.
  • अध्ययनों में यह भी साबित हुआ है कि अधिक डेयरी उत्पाद खाने से स्तन कैंसर का जखिम भी बढ़ता है. इसके अलावा, अधिक डेयरी उत्पादों का सेवन हड्डियों के फ्रैक्चर, डिम्बग्रंथि के कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है. 
  • अधिक मात्रा में डेयरी उत्पाद लेना स्ट्रोक और हृदय रोग के जोखिम को काफी हद तक बढ़ाता है.

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अधिकतर रिसर्च में साबित हुआ है कि डेयरी उत्पाद हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं. वहीं, कुछ लोगों को डेयरी उत्पादों से एलर्जी होती है. ऐसे में अक्सर उनके मन में सवाल आता है कि वे डेयरी फैट कैसे प्राप्त कर सकते हैं. आपको बता दें कि डेयरी प्रोडक्ट्स प्रोटीनकैल्शियम और पोटेशियम से भरपूर होते हैं. ऐसे में अगर किसी व्यक्ति को इनसे एलर्जी है, तो वह अपने हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए गैर-डेयरी उत्पादों का सेवन कर सकते हैं. इसके लिए आप बादाम, सोया या नारियल दूध का सेवन कर सकते हैं.

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डेयरी उत्पाद हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. इसमें स्वस्थ हृदय भी शामिल है. अगर इसे सीमित मात्रा में लिया जाए, तो हृदय को कई प्रकार से फायदा हो सकता है और इसकी पुष्टि विभिन्न वैज्ञानिक अध्ययनों से हुई है. वहीं, इसका सेवन जरूरत से ज्यादा करने पर हृदय को फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है.

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