आपका विटामिन डी लेवल बहुत कम है। कैल्शियम के अवशोषण के लिए विटामिन डी जरूरी होता है। इस स्टेज पर आपके लिए विटामिन डी का इंजेक्शन ज्यादा उपयोगी साबित होगा। आप आर्थोपेडिस्ट से सलाह लें। आपको विटामिन डी की 2 महीने में 6 लाख यूनिट लेनी होगी। इसके बाद दोबारा विटामिन-डी की जांच करवाएं। सूबह जल्दी उठकर धूप लें और विटामिन-डी युक्त भोजन करें।
आप 60k यूनिट वाली विटामिन डी 3 की कोई भी सप्लीमेंट 10 हफ्तों तक सप्ताह में एक बार खाएं।
विटामिन-डी टेस्ट खाली पेट करवाने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। आप कुछ खाने के बाद भी ये टेस्ट करवा सकते हैं, इससे टेस्ट के परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ता है।
ऐसा जरूरी नहीं है कि विटामिन डी टेस्ट का रिजल्ट ठीक हो। 25 जून 2012 में किए गए एक अध्ययन में 2 नए लैब टेस्ट में ब्लड में विटामिन डी का लेवल गलत मापा गया था।
आपकी उम्र के हिसाब से आपके विटामिन-डी और विटामिन-बी12 का लेवल नॉर्मल है इसलिए आपको कोई दवा लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि इनकी वजह से आपके शरीर में विषाक्तता हो सकती है। विटामिन डी और विटामिन बी12 से युक्त भोजन जैसे कि दूध, ऑरेंज जूस, मछली और अंडे का सेवन किया करें। संतुलित डाइट लें। नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि करें और शरीर में पानी की कमी न होने दें। कमर को अच्छी तरह से साफ कर इस हिस्से पर सीधे धूप लें, कम से कम 30 मिनट।
आपको सिर्फ सप्लीमेंट पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए। खाने जैसे कि डेयरी प्रोडक्ट्स दही, दूध और चना आदि भी खाएं। सुबह की धूप विटामिन-डी का अच्छा स्रोत है। तेज धूप में न जाएं।
आप टैबलेट Uprise D3 60k हफ्ते में एक बार लें और सुबह के समय धूप लें।
विटामिन डी टेस्ट की रिपोर्ट टेस्ट वाले दिन ही कुछ घंटो के अंदर मिल जाती है।
देखिए हाथों में कपकपी का विटामिन डी से कोई लेना-देना नहीं है। यह प्रॉब्लम आपको किसी और वजह से हो सकती है। आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए।
आप 5 हफ्तों तक सप्ताह में एक बार इंजेक्शन Uprise D3 6L लगवाएं। इसी के साथ 12 हफ्तों तक सप्ताह में एक बार टैबलेट D3 must 60k और 2 महीने तक खाना खाने के बाद दिन में एक बार टैबलेट Neurobion forte लें। डाइट में उच्च मात्रा में प्रोटीन, हरी सब्जियां और फल शामिल करें।
आप विटामिन डी टेस्ट myupchar से करवा सकते हैं। myupchar लैब से टेस्ट करवाने पर आपको डिस्काउंट भी मिलता है।