यू1-एनआरएनपी एंटीबॉडीज टेस्ट क्या है?
यू1-एनआरएनपी एंटीबॉडीज को एंटी-आरएनपी या एंटी-राइबोन्यूक्लोप्रोटीन एंटीबॉडीज कहा जाता है जो कि राइबोन्यूक्लोप्रोटीन (आरएनपी) के विरोध में बने ऑटोएंटीबॉडीज हैं। आरएनपी शरीर की प्रत्येक कोशिका के अंदर मौजूद न्यूक्लियस में पाया जाता है।
आमतौर पर हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली बाहरी पदार्थों जैसे बैक्टीरिया और वायरस के खिलाफ एंटीबॉडीज बनाती है। हालांकि कभी-कभी इम्यून सिस्टम शरीर के ऊतकों या कोशिकाओं के विरोध में ही एंटीबॉडीज बनाने लगता है जिन्हें ऑटोएंटीबॉडीज कहा जाता है। ऑटोएंटीबॉडीज की उपस्थिति ऑटोइम्यून रोग से जुड़ी होती है।
मिक्स्ड कनेक्टिव टिशू रोग (एमसीटीडी) से ग्रस्त 95-100 प्रतिशत लोगों में यू1-एनआरएनपी एंटीबॉडीज पाए जाते हैं। एमसीटीडी एक दुर्लभ ऑटोइम्यून स्थिति है जिसमें निम्न विकारों के मिश्रित लक्षण दिखाई देते हैं :
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सिस्टमिक लुपस एरीथेमेटोसस (एसएलई)
यह एक लंबे समय तक रहने वाला स्वप्रतिरक्षित रोग है जिसमें कुछ विशेष कनेक्टिव टिशू में सूजन हो जाती है जैसे उपास्थि और रक्त वाहिकाओं की दीवारें। एसएलई से पीड़ित 20-30 लोगों में यू1-एनआरएनपी और एंटी-एसएम एंटीबॉडीज पाए जाते हैं। -
पॉलीमायोसिटिस
यह एक ऑटोइम्यून इंफ्लेमेटरी रोग है जो कि मांसपेशियों और उनसे जुड़े ऊतकों को प्रभावित करता है, उदाहरण के लिए वे रक्त वाहिकाएं जो मांसपेशियों में रक्त पहुंचाती हैं। -
स्क्लेरोडर्मा
यह एक ऑटोइम्यून स्थिति है जिसमें शरीर के ऊतकों में चोट के साथ-साथ त्वचा भी सख्त हो जाती है। स्क्लेरोडर्मा को प्रोग्रेसिव सिस्टमिक स्क्लेरोसिस (पीएसएस) कहा जाता है। पीएसएस से ग्रस्त 20-25 लोगों में यू1-एनआरएनपी एंटीबॉडीज पाए जा सकते हैं।
ऑटोइम्यून स्थिति की जांच करने के लिए एएनए (एंटी-न्यूक्लियर एंटीबॉडी) टेस्ट किया जाता है। यदि व्यक्ति में इस टेस्ट के परिणाम पॉजिटिव आते हैं तो एक्सट्रैक्टेबल न्यूक्लियर एंटीजन टेस्ट (इएनए) किया जाता है। इएनए टेस्ट ऑटोइम्यून स्थिति के प्रकार का पता लगाने के लिए किया जाता है। यू1-एनआरएनपी एंटीबॉडीज टेस्ट इएनए पैनल टेस्ट में से एक हैं जो कि किसी व्यक्ति में एमसीटीडी का संदेह होने पर किया जाता है।