थायरायड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (Thyroid Stimulating Hormone) टेस्ट को टीएसएच (TSH) टेस्ट भी कहा जाता है। टीएसएच टेस्ट एक सामान्य खून टेस्ट होता है, जिसका इस्तेमाल यह जांच करने के लिए किया जाता है कि थायराइड ग्रंथि ठीक से काम कर रही है या नहीं। थायराइड ग्रंथि हमारे शरीर में गर्दन के ठीक सामने उसके निचले हिस्से के पास स्थित होती है। टीएसएच पिट्यूटरी ग्रंथि (Pituitary Gland) द्वारा बनाया जाता है, पिट्यूटरी ग्रंथि एक मटर के दाने के आकार की ग्रंथि होती है, जो मस्तिष्क के निचले हिस्से में स्थित होती है।
जब थायराइड ग्रंथि पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन नहीं बना पाती (इस स्थिति को हाइपोथायरायडिज्म कहा जाता है) तो पिट्यूटरी ग्रंथि और अधिक टीएसएच बनाकर थायराइड ग्रंथि को हार्मोन बनाने के लिए उत्तेजित करने का प्रयास करती है। अगर पिटयूटरी ग्रंथि ठीक से काम ना कर पाए तो टीएसएच बनने की मात्रा कम हो जाती है और इस स्थिति के कारण भी हाइपोथायरायडिज्म रोग विकसित हो सकता है।
अगर थायराइड ग्रंथि अत्याधिक मात्रा में हार्मोन पैदा करने लगे (इस स्थिति को हाइपरथायरायडिज्म कहा जाता है) तो, ऐसी स्थिति में पिट्यूटरी ग्रंथि टीएसएच बनाने की मात्रा को कम कर देती है ताकि थायराइड ग्रंथि के हार्मोन के बनने की मात्रा को कम किया जा सके।
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