स्टूल फॉर हैंगिंग ड्रॉप टेस्ट क्या है?
हैंगिंग ड्रॉप टेस्ट मल के सैंपल में गतिशील सूक्ष्मजीवों (जो स्वयं ही किसी कोशिका में बढ़ने लगते हैं) की जांच करने के लिए किया जाता है। यह आमतौर पर दस्त और प्यूरूलेंट एंटेरोकोलाइटिस की जांच करने के लिए किया जाता है। एंटेरोकोलाइटिस छोटी आंत और पेट की दीवारों को प्रभावित करता है और पाचन पथ में सूजन का भी कारण बन सकता है।
इसमें दस्त का कारण बनने वाले कुछ बैक्टीरिया शामिल है, जिनमें बेसिलस सरस, विब्रियो कोलेराए, साल्मोनेला एंटेरीटीडीस, एस्केरीचिया कोलाई शामिल हैं।
ये बैक्टीरिया सूक्ष्म और रंगहीन होते हैं इसीलिए इन्हें सूक्ष्मदर्शी की मदद से देखना भी आसान नहीं होता है। सभी बैक्टीरिया में ब्रोनियन मूवमेंट होता है जो एक कंपन युक्त गति है, यह सैंपल में चारों तरफ पानी के मॉलिक्यूल होने के कारण होती है। गतिशील बैक्टीरिया में फ्लैजेला नामक एक संरचना होती है, जो इन्हें चलने फिरने में मदद करती है। इसलिए ये बैक्टीरिया और अधिक गतिशील दिखाई दते हैं।