रीढ़ या रीढ़ की हड्डी का मैग्नेटिक रेज़ोनेंस इमेजिंग (एमआरआई) एक तरह का नैदानिक परीक्षण है। इसमें बड़े चुम्बक, रेडियो तरंगों और कंप्यूटर की मदद से रीढ़ और आसपास के उत्तकों की विस्तृत तस्वीरें तैयार की जाती हैं।
हमारी रीढ़ में छोटी-छोटी हड्डियां होती हैं, जिन्हें वर्टेब्रे कहते हैं। दो वर्टेब्रे के बीच स्पंज जैसे उत्तक (डिस्क) होते हैं, जो उन्हें अलग करते हैं।
रीढ़ की हड्डी यहां से गुजरने वाली तंत्रिकाओं की रक्षा करती है, जो दिमाग को शरीर के अन्य हिस्सों से जोड़ती हैं।
रीढ़ का एमआरआई डॉक्टर को रीढ़ या उसके आसपास के उत्तकों में मौजूद किसी भी तरह की समस्या के निदान में मदद करता है।
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