सोडियम टेस्ट क्या है?
सोडियम टेस्ट को एनए टेस्ट भी कहा जाता है यह टेस्ट खून और यूरिन में सोडियम का स्तर जानने के लिए किया जाता है। यह टेस्ट सामान्य मेटाबॉलिक टेस्ट या इलेक्ट्रोलाइट टेस्ट के भाग के रूप में भी किया जाता है। सोडियम एक इलेक्ट्रोलाइट है, जो शरीर की कोशिकाओं, मांसपेशियों और नसों को ठीक प्रकार से काम करने में मदद करता है। यह शरीर के द्रवों और दूसरे इलेक्ट्रोलाइट में संतुलन बनाए रखता है।
शरीर को सोडियम नमक से प्राप्त होता है और किडनी की मदद से अतिरिक्त सोडियम को शरीर से निकाला जाता है। हालांकि अत्यधिक मात्रा में सोडियम लेने से या किडनी के खराब होने के कारण शरीर से अतिरिक्त सोडियम बाहर नहीं निकल पाता। ऐसा होने पर खून में मिनरल का जमाव हो जाता है जिससे हाइपरनेट्रेमिया नामक स्थिति पैदा हो जाती है।
शरीर में द्रवों की कमी होने के कारण भी हाइपरनेट्रेमिया रोग हो सकता है, उल्टी और दस्त जिसके मुख्य कारण हो सकते हैं। हाइपरनेट्रेमिया से शरीर में द्रव जमा (वॉटर रिटेंशन) होने लग जाता है, जिससे उच्च रक्तचाप की स्थिति पैदा हो सकती है।
द्रवों का अधिक सेवन और यूरिन की समस्याओं के कारण शरीर में सोडियम की असामान्य रूप से कमी हो सकती है, जिसको हाइपरनेट्रेमिया भी कहा जाता है।