स्मीयर फॉर मलिग्नैंट सेल टेस्ट एक साइटोलॉजी टेस्ट है। साइटोलॉजी टेस्ट में कोशिकाओं और कोशिकाओं के आकार की सूक्ष्मदर्शी द्वारा जांच की जाती है, ऐसा विशेषकर असामान्यताओं और कैंसर की जांच करने के लिए किया जाता है। यह एक कोशिका या कई सारी कोशिकाओं को देखकर रोग के परीक्षण में मदद करता है।
इस टेस्ट के लिए डॉक्टर किसी विशेष अंग से ऊतक का सैंपल लेते हैं या फिर शरीर के द्रवों जैसे पेशाब, प्लयूरल द्रव या बलगम को एक स्लाइड पर पतला फैलाकर उसमें कोशिकाओं के प्रकार, आकार और आकृति की जांच करते हैं।
बायोस्पी, जिसमें किसी प्रभावित हिस्से से ऊतक को काटकर उसका परीक्षण किया जाता है उसकी तुलना में साइटोलॉजी केवल ऊतक को खरोच कर या ऊतक के द्रव को निकालकर की जाती है। इसमें मरीज को कम तकलीफ होती है और यह कम महंगा होता है व इसे करना भी बहुत आसान होता है।