स्क्रोटल अल्ट्रासाउंड एक इमेजिंग टेस्ट है जो कि स्क्रोटम (अंडकोश की थैली) में असामान्यताओं का पता लगाता है। स्क्रोटम वह थैली है जो पुरुष के लिंग के नीचे स्थित होती है। इसमें टेस्टिकल या अंडकोश होते हैं जो कि पुरुष के प्रजनन तंत्र के सबसे महत्वपूर्ण भाग हैं। ये टेस्टिकल शुक्राणु और टेस्टोस्टेरोन (पुरुष सेक्स हार्मोन) बनाते हैं।
अल्ट्रासाउंड उच्च वेग वाली ध्वनि तरंगों से शरीर के अंदर मौजूद भिन्न भागों की तस्वीर निकालता है। इस प्रक्रिया में ट्रांसड्यूसर नामक एक विशेष उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है। ये तरंगें शरीर के ऊतकों से टकराकर वापस ट्रांसड्यूसर द्वारा प्राप्त की जाती हैं। इस दौरान वे ध्वनि तरंगें भिन्न तरह की आवाज या इको पैदा करती हैं, जो कि बाद में तस्वीरों के रूप में तैयार करके कम्प्यूटर स्क्रीन पर दिखाई जाती हैं। किसी भी असामान्य स्थिति में आवाज भिन्न होती है और तस्वीर सामान्य से थोड़ी अलग आती है, जिसके बारे में डॉक्टर आपको बता देंगे।
इस टेस्ट को टेस्टिक्युलर सोनोग्राम और टेस्टिक्युलर अल्ट्रासाउंड के नाम से भी जाना जाता है।