आरटी-पीसीआर यानी रिवर्स ट्रासंक्रिप्टेस-पॉलिमर्स चेन रिऐक्शन, रोग की पहचान के लिए किया जाने वाला एक ऐसा टेस्ट है, जिसका इस्तेमाल यह जानने के लिए किया जाता है कि मौजूदा सैंपल में न्यूक्लेइक एसिड की मौजूदगी है या नहीं। न्यूक्लेइक ऐसिड, चीनी, फॉस्फेट और नाइट्रोजिनस बेस की लंबी चेन का बहुरूप है। इसमें डीएनए (डीऑक्सीरिबोन्यूक्लेइक ऐसिड) और आरएनए (रिबोन्यूक्लेइक एसिड) होता है।
डीएनए, इंसान के शरीर में मौजूद सभी विशिष्टताओं की कोडिंग के लिए जिम्मेदार होता है- इसमें आपकी आंखों के रंग से लेकर बालों के रंग और पैर में कितनी उंगलियां होगी ये सारी चीजें शामिल हैं। वहीं, आरएनए, एक संदेशवाहक की तरह काम करता है जो डीएनए के संदेश (कोड) को पहुंचाने का काम करता है ताकि जीवकोषीय प्रणाली इस संदेश का अनुवाद कर प्रोटीन बना सकें। इंसान के शरीर में मौजूद कोशिका में डीएनए, न्यूक्लियस यानी नाभिकीय बीज के अंदर रहता है। यह एक छोटा सा अंग है जो कोशिका के अंदर होता है।
हालांकि, कुछ वायरस में डीएनए नहीं होता। इसकी जगह उनका आरएनए ही जेनेटिक मटीरियल की तरह काम करता है। सामान्य आरएनए वायरस में हेपेटाइटिस सी वायरस, इन्फ्लूएंजा वायरस और कोरोना वायरस जैसे- SARS वायरस, MERS वायरस और सार्स-सीओवी-2 वायरस जिसकी वजह से कोविड-19 बीमारी होती है शामिल है।
पॉलिमर्स चेन रिऐक्शन या पीसीआर, एक ऐसी तकनीक है, जिसका इस्तेमाल क्लोन बनाने या फिर डीएनए या आरएनए की लाखों कॉपी या फिर किसी डीएनए या आरएनए के खास तरह के सेक्शन का चेन बनाने के लिए किया जाता है। डीएनए की कॉपी बनाने के लिए, पीसीआर मशीन इन्जाइम डीएनए पॉलिमर्स का इस्तेमाल करती है, जो हर बार शरीर में कोशिका विभाजित होने पर कोशिका में डीएनए की क्लोनिंग यानी प्रतिरूपण के लिए जिम्मेदार होती है।
आरटी-पीसीआर एक खास तरह का पीसीआर है जो आरएनए का विस्तार कर सकता है। क्लिनिकल सेटिंग्स में कभी-कभार इसका इस्तेमाल होता है ताकि शरीर में वायरल आरएनए की उपस्थिति है या नहीं इसका पता लगाया जा सके। शरीर में किसी तरह के वायरल एंटीजन की मौजूदगी का सीधे पता लगाने की बजाए आरटी-पीसीआर का इस्तेमाल करना ज्यादा असरदार और कारगर तरीका है। चूंकि बीमारी का पता लगाने के लिए बेहद कम मात्रा में भी आरएनए का इस्तेमाल किया जा सकता है। (वायरल एंटीजन खास तरह का प्रोटीन है, जो वायरस रिलीज करता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता इसके खिलाफ प्रतिक्रिया देती है) ज्यादातर आरटी-पीसीआर टेस्ट रियल-टाइम में अपने नतीजे देते हैं।