रीनल/किडनी स्कैन क्या है?
रीनल स्कैन को किडनी स्कैन और रीनल सिंटिग्राफी भी कहा जाता है। यह न्यूक्लियर इमेजिंग टेस्ट का ही एक प्रकार है, जो किडनी का आकार, माप और उसके कार्य की जांच करने के लिए किया जाता है। यह किडनी में रक्त प्रवाह की भी जांच करता है। इस तकनीक में थोड़ी मात्रा में रेडियोएक्टिव पदार्थ का प्रयोग भी किया जाता है, जिसे रेडियोएक्टिव ट्रेसर भी कहा जाता है। यह पदार्थ किडनी के ऊतकों द्वारा सोख लिया जाता है और जिसके बाद यह गामा किरणें छोड़ता है। ये किरणों स्कैनर मशीन में अलग से दिखती हैं, जिससे किडनी की तस्वीर बनती है।
किडनी में कुछ ऊतक ट्रेसर को अधिक मात्रा में तो दूसरे कम मात्रा में सोख लेते हैं। जिन ऊतकों ने अधिक मात्रा सोखी होती है वे और अधिक चमकदार होते हैं और उन्हें हॉट स्पॉट्स कहा जाता है, वहीं जो ऊतक कम मात्रा सोखते हैं, वे इतने चमकदार नहीं होते हैं उन्हें कोल्ड स्पॉट्स कहा जाता है।