प्रोटीन इलेक्ट्रोफोरेसिस सीएसएफ टेस्ट क्या है?
प्रोटीन सीएसएफ टेस्ट का मुख्य कार्य मस्तिष्कमेरु द्रव (सीएसएफ) में भिन्न प्रकार के प्रोटीन का पता लगाना है। सीएसएफ मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में पाया जाने वाला एक विशेष द्रव है। यह मस्तिष्क के लिए एक शॉक अब्सॉरबर की तरह कार्य करता है, जो मस्तिष्क में धक्के से लगने वाली चोट से बचाता है। इसके अलावा मस्तिष्क को पोषण प्रदान करना और उसे डिटॉक्स करना भी शामिल है।
आमतौर पर मस्तिष्क में बहुत ही कम प्रोटीन पाया जाता है, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रोटीन बड़े मॉलिक्यूल होते हैं और ब्लड-ब्रेन बैरियर (बीबीबी) को पार नहीं कर पाते। ब्लड ब्रेन बैरियर एक परत है जो कि रक्त को सीएसएफ से अलग करती है। हालांकि कुछ इंफ्लेमेटरी या इम्यून विकारों में बीबीबी क्षतिग्रस्त हो जाता है और प्रोटीन सीएसएफ में रिसने लगते हैं।
प्रोटीन इलेक्ट्रोफोरेसिस सीएसएफ टेस्ट की मदद से सीएसएफ के सैंपल में प्रोटीन के बैंड बनाने के लिए इलेक्ट्रिक करंट का प्रयोग किया जाता है। इसके बाद बैंड की मोटाई से प्रोटीन की मात्रा का पता लगाया जाता है। निम्न प्रकार के प्रोटीन का पता प्रोटीन इलेक्ट्रोफोरेसिस सीएसएफ टेस्ट में लगाया जाता है:
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प्रीएल्ब्यूमिन और एल्ब्यूमिन
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ग्लोब्युलिन - ये अल्फा1, अल्फा2, बीटा और गामा में विभाजित होते हैं। अत्यधिक गामा ग्लोब्युलिन इम्यूनोग्लोब्युलिन (एंटीबॉडीज) होते हैं।
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इम्यूनोग्लोब्युलिन (आईजी) प्रोटेक्टिव प्रोटीन होते हैं, जो शरीर द्वारा बैक्टीरिया, वायरस या अन्य किसी भी तरह के बाहरी हानिकारक पदार्थों को नष्ट करने के लिए बनाए जाते हैं। सबसे सामान्य इम्यूनोग्लोब्युलिन आईजीजी है।
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ओलिगोक्लोनल बैंड्स असामान्य इम्यूनोग्लोब्युलिन हैं जो कि सीएसएफ में अलग तरह के बैंड बनाता है। इनकी पहचान मल्टीपल स्क्लेरोसिस जैसी मस्तिष्क की इंफ्लेमेटरी या इम्यून स्थितियों में की जाती है।