प्रोलैक्टिन हार्मोन पिट्यूटरी ग्रंथि से बनता है जो डिलीवरी के बाद मां को स्तनपान कराने में मदद करता है। अगर प्रोलैक्टिन का लेवल अधिक है, तो महिला को पीरियड और प्रेगनेंसी में दिक्कत होने लगती है। प्रोलैक्टिन के उच्च स्तर को ठीक करने के आप एंडोक्रोनोलॉजिस्ट से सलाह लें। वह आपका चेकअप करने के बाद Bromocriptine टैबलेट प्रिस्क्राइब करेंगे।
प्रोलैक्टिन टेस्ट को पीरियड आने के बाद दूसरे दिन पर करवाना चाहिए। प्रोलैक्टिन टेस्ट खाली पेट ही कराया जाता है।
अगर आप प्रेग्नेंट है, तो आपका प्रोलैक्टिन लेवल नॉर्मल है। अगर आप प्रेग्नेंट नहीं है, तो प्रोलैक्टिन लेवल बहुत अधिक है, जिसके कारण आपके ब्रेस्ट से दूध निकल रहा है। प्रोलैक्टिन लेवल को नॉर्मल रेंज में लाने के लिए आप एंडोक्रोनोलॉजिस्ट से मिलें। वह आपको Bromocriptine टैबलेट लेने की सलाह दे सकते हैं। आपके प्रोलैक्टिन लेवल बढ़ने के कारण का पता लगाने के लिए वह आपका चेकअप भी करेंगे।
जी हां, प्रोलैक्टिन लेवल के बढ़ने की वजह से प्रेगनेंसी में दिक्कत हो सकती है। अगर आप प्रेगनेंसी के लिए प्लान कर रही हैं, तो पहले प्रोलैक्टिन लेवल को नॉर्मल रेंज में करना होगा, जिसके बाद ही आप प्रेगनेंसी के लिए प्रयास कर पाएगी। इसके लिए आप एंडोक्रोनोलॉजिस्ट से सलाह लें।
आपका प्रोलैक्टिन लेवल थोड़ा ज्यादा है। प्रोलैक्टिन लेवल नॉर्मल रेंज से अधिक होने की वजह से ब्रेस्ट से दूध निकल सकता है। आप एंडोक्रोनोलॉजिस्ट डॉक्टर से मिलकर अपना चेकअप करवा लें।
प्रोलैक्टिन का स्तर बढ़ने से स्तनों में से दूध का स्राव हो सकता है। यह हेमोरेजिक सिस्ट की सर्जरी से संबंधित नहीं है। प्रोलैक्टिन लेवल के बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जिसका पता लगाने के लिए आप एंडोक्रिनोलॉजिस्ट से मिलकर अपना चेकअप करवाएं। प्रोलैक्टिन के स्तर को कंट्रोल करने के लिए वह आपको Bromocriptine टैबलेट प्रिस्क्राइब करेंगे।
ज्यादातर हाइपोथायरायडिज्म, लिवर या किडनी की बीमारी जैसे माध्यमिक कारणों की वजह से प्रोलैक्टिन का स्तर बिगड़ जाता है और इसके बहुत ही आम कारणों में गैस्ट्र्रिटिस, डिप्रेशन आदि के लिए ली जाने वाली कुछ दवा भी शामिल हैं। आपका प्रोलैक्टिन लेवल अधिक है। आप एंडोक्रिनोलॉजिस्ट से मिलकर अपनी जांच करवा लें। अगर जांच में कोई भी माध्यमिक कारण नहीं पाया जाता है, तो प्रोलैक्टिनोमा को देखने के लिए पिट्यूटरी एमआरआई स्कैन करवाने के लिए कहा जाता है जिसके बाद इसका ट्रीटमेंट प्लान किया जाता है।
आपका प्रोलैक्टिन लेवल बहुत अधिक है, जिस वजह से आपको ब्रेस्ट से दूध आ सकता है। इसके लिए आप एंडोक्रिनोलॉजिस्ट से अपना चेकअप करवा लें। प्रोलैक्टिन के उच्च स्तर को ठीक करने के आप एंडोक्रोनोलॉजिस्ट से सलाह लें। वह चेकअप करने के बाद आपको टैबलेट Bromocriptine शुरू करने की सलाह देंगे।
प्रोलैक्टिन के उच्च स्तर को ठीक करने के आप एंडोक्रोनोलॉजिस्ट से सलाह लें। वह चेकअप करने के बाद आपको टैबलेट Bromocriptine लेने की सलाह देंगे।
प्रोलैक्टिन लेवल के बढ़ने की वजह से आपको प्रेगनेंसी में दिक्कत आ सकती है। प्रेगनेंसी प्लान करने के लिए आपको पहले अपने प्रोलैक्टिन लेवल को कंट्रोल करना होगा, जिसके लिए आप एंडोक्रोनोलॉजिस्ट से सलाह लें। वह Cromocriptine टैबलेट की मदद से आपका ट्रीटमनेंट शुरू करेंगे, आगे की जांच और प्रबंध के लिए वह आपके कुछ ओर टेस्ट भी कर सकते हैं।
आपका प्रोलैक्टिन लेवल नॉर्मल रेंज में है लेकिन आपका टीएसएच लेवल नॉर्मल से ज्यादा है, जिसे कंट्रोल करने के लिए आपको ट्रीटमेंट लेना होगा। आपको गायनेकोमेस्टिया की भी समस्या है जिसके लिए आप डॉक्टर से सलाह लें और अपना ट्रीटमेंट शुरू करवा लें।
प्रोलैक्टिन टेस्ट को आप myUpchar लैब से करवा सकती है। myUpchar लैब से यह टेस्ट करवाने पर आपको डिस्काउंट भी मिलेगा।
एक प्रोलैक्टिन टेस्ट को करवाने में 300 से 600 तक का खर्च आता है। अगर आप छोटे लैब से यह टेस्ट कराते है, तो इसका खर्च 300 से 400 तक आता है, जबकि बड़े लैब में इसका खर्च 500 से 600 रुपये है।
प्रोलैक्टिन टेस्ट की रिपोर्ट 24 घंटों के अंदर ही मिल जाती है।