प्लेटलेट्स गिनती के रिजल्ट का क्या मतलब होता है?
नॉर्मल रेंज –
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प्रति माइक्रोलीटर खून में अगर प्लेटलेट्स की मात्रा 150,000 से 450,000 के बीच मिले तो रिजल्ट को नॉर्मल रेंज में माना जाता है।
असामान्य रिजल्ट का मतलब
कम प्लेटलेट्स –
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कम प्लेटलेट जब मानी जाती है जब उनकी संख्या 150,000 से नीचे गिर जाए। प्लेटलेट्स की संख्या 50,000 से भी नीचे गिरने के बाद खून बहने के जोखिम अत्याधिक हो जाते हैं और ऐसी स्थिति में रोजाना की गतिविधियों के कारण भी खून बह सकता है।
प्लेटलेट की संख्या का स्तर सामान्य से नीचे गिरने की स्थिति को 'थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया' कहा जाता है। प्लेटलेट कम होने की स्थिति के मुख्य तीन कारण होते हैं:
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- अस्थिमज्जा में पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स ना बन पाना,
- ब्लडस्ट्रीम (रक्तधारा) में प्लेटलेट्स नष्ट होना,
- लिवर या स्पलीन में प्लेटलेट्स नष्ट होना।
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प्लेटलेट की संख्या में कमी के 3 सामान्य कारण जैसे :
- कैंसर के उपचार, जैसे कीमोथेरेपी या विकिरण थेरेपी (और पढ़ें - कैंसर में क्या खाना चाहिए)
- ड्रग्स या दवाएं आदि
- स्व – प्रतिरक्षित विकार, इस स्थिति में प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर पर ही अटैक करने लगती है और प्लेटलेट्स जैसे स्वस्थ ऊतकों को नष्ट करने लगती है।
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अधिक प्लेटलेट्स –
प्लेटलेट्स की संख्या 400,000 या उससे ऊपर होने पर उनको सामान्य से अधिक प्लेटलेट मान लिया जाता है।
सामान्य संख्या से अधिक प्लेटलेट्स की स्थिति को थ्रोम्बोसाइटिस कहा जाता है। इसका मतलब होता है कि शरीर सामान्य मात्रा से अधिक प्लेटलेट्स का निर्माण कर रहा है, इसके कारणों में निम्न शामिल हो सकते हैं:
- एक प्रकार का एनीमिया, जो लाल रक्त कोशिकाओं को सामान्य समय से पहले नष्ट कर देता है। (Hemolyticanemia)
- आयरन की कमी या सिकल सेल रोग के कारण होने वाला एनीमिया। (और पढ़ें - सिकल सेल एनीमिया)
- किसी मुख्य सर्जरी, चोट या संक्रमण आदि के बाद की स्थिति।
- कैंसर। (और पढ़ें - ब्लड कैंसर का इलाज)
- कुछ प्रकार की दवाएं।
- अस्थि मज्जा के रोग।
- अस्थि मज्जा द्वारा अधिक मात्रा में प्लेटलेट्स का निर्माण करना, जिसके कारण का पता ना हो। (Primary thrombocythemia)।
जिन लोगों में प्लेटलेट्स की संख्या अधिक होती है, ऊनमें खून का थक्का बनने के जोखिम हो सकते हैं। खून के थक्के गंभीर मेडिकल स्थितियां पैदा कर सकती हैं।
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