आपके शरीर में फास्फोरस की मात्रा अधिक है। फास्फोरस को कम करने के लिए आप निम्न तरीकों को अपनाएं। कुछ दिनों के लिए जिन खाद्य पदार्थों में फास्फोरस की मात्रा अधिक होती है, उसे लेना कम कर दें जैसे मछली, सूखे मेवे व बीज (राजमा आदि) चिकन ज्यादातर संसाधित खाद्य पदार्थ लहसुन, लौंग, चीज, कस्टर्ड दूध, दूध से बना दलिया या ओट ब्रैन (Oat bran) साबुत अनाज। इसी के साथ विटामिन-डी व टैबलेट Calciminetic लें और डॉक्टर की सलाह से एक्सरसाइज शुरू कर दें।
फास्फोरस की कमी कई कारणों पर निर्भर करती हैं और इससे कई तरह की समस्याएं भी हो सकती हैं। अगर आपके शरीर में फास्फोरस की कमी है, तो यह डायबिटीज, शराब की लत और खराब डाइट प्लान की वजह से होने लगता है। फास्फोरस की कमी के कारण आपको सांस लेने में दिक्कत, भूख में कमी, जोड़ों में दर्द और थकान जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
फास्फोरस टेस्ट के परिणाम व्यक्ति की उम्र, लिंग, वर्तमान और पिछली स्वास्थ्य स्थितियों व जिस प्रक्रिया द्वारा टेस्ट किया जाता है और जिसके अनुसार ये अलग हो सकते हैं। डॉक्टर टेस्ट की रिपोर्ट को पढ़कर रिजल्ट के बारे में समझाते हैं। फास्फोरस का सामान्य स्तर वयस्कों में 2.8 से 4.5 mg/dL के बीच और बच्चों में 4.0 से 7.0 mg/dL के बीच होता है। हालांकि, अलग-अलग लैब के अनुसार उनके रिजल्ट भिन्न हो सकते हैं।
अगर आपको जोड़ों में दर्द, कमजोरी महसूस होना, एनर्जी में कमी, थकान, भूख कम लगने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर फास्फोरस टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं। फास्फोरस टेस्ट एक प्रकार का ब्लड टेस्ट है जो खून में इनऑर्गेनिक फॉस्फेट के स्तर की जांच करने के लिए किया जाता है। फास्फोरस एक प्रकार का खनिज (मिनरल) होता है, जो रोजाना खाए जाने वाले आहार में पाया जाता है। यह हड्डियों और दांतों में जमा होता है।
फास्फोरस टेस्ट को आप myUpchar लैब से करवा सकते हैं। myUpchar लैब से यह टेस्ट करवाने पर आपको डिस्काउंट भी मिलेगा।
डॉक्टर ने आपके दोस्त को यह टेस्ट करवाने की सलाह दी है, तो उन्हें यह टेस्ट करवा लेना चाहिए। फास्फोरस टेस्ट को करवाने में 100 रुपये से लेकर 200 रुपये तक का खर्च आ सकता है।
फास्फोरस टेस्ट एक प्रकार का ब्लड टेस्ट है जो खून में इनऑर्गेनिक फॉस्फेट के स्तर की जांच करने के लिए किया जाता है। फास्फोरस एक प्रकार का खनिज (मिनरल) होता है, जो रोजाना खाए जाने वाले आहार में पाया जाता है। यह शरीर की हड्डियों और दांतों में जमा होता है। अगर आपको जोड़ों में दर्द, कमजोरी महसूस होना, एनर्जी में कमी, थकान, भूख कम लगने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर फास्फोरस टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं। आप अपना फास्फोरस टेस्ट करवा लें। इस टेस्ट की रिपोर्ट आपको 24 घंटों के अंदर ही मिल जाती है।