पीरियोडिक एसिड स्किफ (पीएएस) स्टेन क्या है?
पीएएस स्टेन एक स्टेनिंग प्रक्रिया है, लैब में जिसका उपयोग कार्बोहाइड्रेट के मॉलिक्यूल की जांच करने के लिए किया जाता है, जिसमें प्राथमिक तौर पर ग्लाइकोजन और प्रोटियोग्लाइकन शामिल है। यह आमतौर पर शरीर के उन हिस्सों व संरचनाओं की जांच करने के लिए किया जाता है, जिनमें इन कार्बोहाइड्रेट की अधिकता होती है।
ग्लाइकोजन पूरे शरीर में कुछ मात्रा में पाया जाता है। हालांकि, यह अधिकतर मात्रा में लिवर, एंडोमेट्रियल ग्लैंड, वजाइनल एपिथेलियम, हृदय की मांसपेशियों और स्केलेटल मांसपेशियों में बनाया जाता है।
स्टैनिंग टिशू टेस्ट उस ऊतक को विशेष रंग के साथ प्रदर्शित करता है, जिसकी जांच की गई है। इससे जांचकर्ता को माइक्रोस्कोप के अंदर ऊतकों और कोशिकाओं को जांचने में मदद मिलती है। पीएएस का प्रयोग शरीर के अन्य भागों को स्टेन करने के लिए भी किया जा सकता है, जिनमें कनेक्टिव टिशू, बलगम और बेसमेंट मेम्ब्रेन भी शामिल हैं।
इस स्टेन में ऊतकों को अभिरंजित करने के लिए केमिकल पीरियोडिक एसिड और स्किफ रीजेंट का प्रयोग किया जाता है। कभी-कभी दूसरे स्टेन जैसे हेमेटोक्सिलिन को पीएएस स्टेन के साथ अच्छे विज़ुअल प्रभावों के लिए और न्यूक्लियस या ऊतक के अन्य तत्वों को ठीक तरह से देखने के लिए प्रयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया को काउंटरस्टेनिंग कहा जाता है।