ऑस्मोटिक फ्रेजिलिटी/रेड ब्लड सेल (आरबीसी) फ्रेजिलिटी टेस्ट क्या है?
ऑस्मोटिक फ्रेजिलिटी टेस्ट को आरबीसी फ्रेजिलिटी टेस्ट भी कहा जाता है। इस टेस्ट की मदद से यह पता किया जाता है कि लाल रक्त कोशिकाओं में सेलाइन सोल्यूशन (नमक के घोल) के विभिन्न संकेंद्रण डालने पर हेमोलिसिस (टूटना) की प्रक्रिया होगी या नहीं।
आरबीसी के चारों-ओर एक झिल्ली बनी होती है जो कि पानी को कोशिका में जाने देती है और अन्य सोल्यूट्स (इस मामले में नमक को) को बाहर रखती है। इस प्रक्रिया को ओस्मोसिस कहते हैं। जब लाल रक्त कोशिकाओं को अत्यधिक पतले घोल में रखा जाता है तो वे बहुत ज्यादा पानी सोख लेती हैं जिससे वे फूल कर फट जाती हैं। यह ऑस्मोटिक फ्रेजिलिटी टेस्ट का सिद्धांत है।
जिन लोगों की रक्तवाहिकाओं में हीमोलिसिस (इंट्रावैस्कुलर हीमोलिसिस) हो गया है, उनमें ऑस्मोटिक फ्रेजीलिटी टेस्ट की मदद से यह निर्धारित किया जाता है कि लाल रक्त कोशिकाओं में फ्रेजीलिटी कम हुई है या ज्यादा है। ज्यादा फ्रेजिलिटी का मतलब है कि आरबीसी में नमक के पतले घोल के प्रति सहनशीलता कम हो गई है वहीं कम फ्रेजिलिटी का मतलब है कि आरबीसी में नमक के पतले घोल के प्रति सहनशीलता ज्यादा हो गई है।