सीरम ऑस्मोलालिटी टेस्ट क्या है?
सीरम ऑस्मोलालिटी टेस्ट यह पता लगाता है कि सीरम में रसायन व इलेक्ट्रोलाइट्स (विशेषकर सोडियम) कितनी मात्रा मे घुल पा रहे हैं। सीरम रक्त का द्रव्य भाग होता है जो कि रक्त से कोशिकाएं और क्लॉटिंग प्रोटीन निकालने के बाद बचता है। शरीर में होमियोस्टेसिस बनाए रखने के लिए और शरीर की कोशिकाओं के ठीक प्रकार से कार्य करने के लिए पानी व इलेक्ट्रोलाइट का एक सही संतुलन होना आवश्यक होता है।
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हालांकि, रक्त की ऑस्मोलालिटी (खून में घुले पदार्थों की मात्रा का आकलन) शरीर में पानी की मात्रा और इलेक्ट्रोलाइट की मात्रा के अनुसार बदलती रहती है, इनमें सोडियम, क्लोराइड, बाइकार्बोनेट, प्रोटीन और ग्लूकोज शामिल है। जब रक्त में पानी की कमी होती है तो इलेक्ट्रोलाइट का जमाव बढ़ जाता है और पानी की मात्रा बढ़ने पर इलेक्ट्रोलाइट कम हो जाते हैं।
आपका शरीर सीरम ऑस्मोलालिटी एंटीडाइरेटिक हार्मोन की मदद से नियंत्रित करता है। हर बार जब आप के शरीर में पानी की कमी होती है तो शरीर यूरिन द्वारा पानी की क्षति होने से बचाने के लिए एडीएच बनाता है।
दूसरी तरफ, यदि आप बहुत सारा पानी पीते हैं तो सीरम ऑस्मोलालिटी घटती है और आपका शरीर एडीएच बनाना बंद कर देता है। ऐसा इसलिए ताकि यूरिन की मदद से अतिरिक्त पानी को निकाला जा सके और ऑस्मोटिक संतुलन फिर से ठीक हो जाए।
इस टेस्ट की मदद से रक्त में कुछ रसायनों की पहचान भी की जा सकती है, जैसे एथेनॉल और कुछ विशेष विषाक्त पदार्थ जैसे मिथानॉल, आइसोप्रोपील, ईथीलीन, ग्लाइकोल या प्रोपाइलिन ग्लाइकोल आदि।