नर्व कंडक्शन वेलोसिटी (एनवीसी) टेस्ट क्या है?
एनसीवी टेस्ट नसों में संवेगों की गति की जांच करता है। इन संवेगों की गति के आधार पर डॉक्टर यह पता लगा लेते हैं, कि नसों में कितनी क्षति हुई है। नसें लम्बे रेशे (फाइबर) की तरह होती हैं जो कि पूरे शरीर में फैली हुई हैं। ये मस्तिष्क से जानकारी को पूरे शरीर तक पहुंचाती हैं। शरीर के ठीक प्रकार से कार्य करने के लिए यह जरूरी है कि नसें ठीक तरह कार्य करें ताकि जो भी जानकारी शरीर में पहुंचाई जाए वो पूरी तरह सही हो। यदि नसों में किसी प्रकार की क्षति होती है, तो उससे उनकी जानकारी पहुंचाने की गति भी प्रभावित हो जाती है। कुछ विकारों के कारण नसों की कार्य प्रक्रिया प्रभावित हो जाती है जिससे नसों के संदेश पहुंचाने (कंडक्शन) की गति में भी बदलाव आ जाता है।
जैसा कि नसों के द्वारा भेजी जाने वाली जानकारी विद्युत संवेगों से संबंधित होती है, इसलिए इनकी गति का पता लगाने लिए एक विशेष विद्युत उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे इलेक्ट्रोड कहा जाता है। ये इलेक्ट्रोड्स त्वचा पर लगाए जाते हैं, जिससे गति का पता लगता है। एक इलेक्ट्रोड का प्रयोग नसों को उत्तेजित करने के लिए और दूसरे इलेक्ट्रोड का उपयोग कंडक्शन की जांच करने के लिए किया जाता है। यह टेस्ट बहुत ही सुरक्षित है और आमतौर पर इसके दौरान कोई भी तकलीफ नहीं होती। यह आमतौर पर इलेक्ट्रोमायोग्राफी टेस्ट के बाद या पहले किया जाता है।
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