माइक्रोफ़ाइलेरिया एंटीजन टेस्ट क्या है?
फाइलेरियासिस एक दर्दनाक रोग है जो मरीज को कुरूप बना देने वाला रोग है। इसे दुनिया के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है जैसे फाइलेरिएसिस, फिलेरिएसिस और फिलारायसिस आदि। यह धाग की तरह दिखने वाले राउंडवर्म (एक तरह का सूक्ष्म कीड़ा) के द्वारा फैलाया जाता है, जिसे फाइलेरिया, फीलारिया या फिलेरिआए आदि के नामों से जाना जाता है। फिलारिया की कुछ प्रजातियां जो कि यह रोग फैलाती हैं, उनमें वुकेरेरिया बेन्क्रोफ्टी, ब्रूजिआ मालेयी और ब्रूजिया टिमोरी आते हैं।
आमतौर पर ये रोग माइक्रोफाइलेरिया की उपस्थिति से पहचाना जा सकता है। जब वयस्क फीलारिया वॉर्म्स लिम्फेटिक सिस्टम के अंदर चले जाते हैं, तो इससे कई प्रकार के सूक्ष्म कीड़े (Worms) बनने लगते हैं।
हालांकि कभी-कभी माइक्रोफ़ाइलेरिया के स्तर कम होते हैं तो लैब टेस्ट में दिखाई नहीं देते ऐसे मामलों में फीलारिया वॉर्म्स की अनुपस्थिति की पुष्टि करने के लिए माइक्रोफ़ाइलेरिया एंटीजन टेस्ट किया जाता है।
माइक्रोफ़ाइलेरिया एंटीजन एक प्रोटीन है जो कि संक्रमित व्यक्ति के रक्त में फाइलेरिया वॉर्म्स द्वारा स्त्रावित किया जाता है। इस टेस्ट को दिन के समय में ही करना जरूरी नहीं है, इसे दिन या रात किसी भी समय किया जा सकता है। हालांकि, यह टेस्ट एक सक्रिय संक्रमण की उपस्थिति की पुष्टि नहीं करता है। ऐसा इसलिए यदि आपके शरीर में मृत माइक्रोफाइलेरिया हैं, तो भी आपका शरीर इनके प्रति एंटीजन बना सकता है।