मेथम्फेटामाइन एक तरह का एम्फेटामाइन है। एम्फेटामाइन, जिसमें मेथम्फेटामाइन भी शामिल है, ये स्टिमुलेंट ड्रग है जो कि केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव डालती है। इसे “मेथ” के नाम से भी जाना जाता है, जो सबसे अधिक दुरूपयोग होने वाली दवा है। इसे सूंघ कर, धूम्रपान से और नस में इंजेक्शन से लिया जा सकता है। यह ड्रग थोड़े समय के लिए उमंग की भावना पैदा कर देती है, जिसमें व्यक्ति को बेहद खुशी और अच्छा महसूस होता है। इससे प्रभावित व्यक्ति को इसे बार-बार प्रयोग करने की तीव्र इच्छा जागृत होती रहती है और व्यक्ति को इसकी लत लग जाती है। मेथम्फेटामाइन से शरीर में ऊर्जा और आत्मविश्वास तीव्रता से बढ़ने लगता है। इससे व्यक्ति को बहुत अधिक गुस्सा भी आ सकता है, यह ड्रग लेने से व्यक्ति की प्रवृत्ति हिंसात्मक भी हो सकती है।
मेथम्फेटामाइन मुख्य रूप से डोपामाइन नामक प्राकृतिक रसायन की मात्रा को बढ़ाकर तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करता है। डोपामाइन प्रेरणा और खुशी जैसी भावनाओं से जुड़ा होता है। इसके खुशी देने वाले प्रभाव एक व्यक्ति को इसका बार-बार प्रयोग करने के लिए उत्तेजित करते हैं। इस पदार्थ का लगातार प्रयोग करने से इसके नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, जो कि गंभीर स्वास्थ्य प्रभावों से जुड़े होते हैं जैसे मानसिक रोगियों की तरह व्यावहार करना, याददाश्त खोना और संभावित रूप से हृदय व मस्तिष्क क्षतिग्रस्त होना।
मेथम्फेटामाइन कभी-कभी डॉक्टरों द्वारा थोड़ी मात्रा में एडीएचडी और नार्कोलेप्सी (अत्यधिक नींद आना) को नियंत्रित करने के लिए दी जाती है। हालांकि, डॉक्टर द्वारा सुझाई गई मात्रा नशे के लिए प्रयोग में लाइ जाने वाली मात्रा से बहुत कम होती है।
एमईटी ब्लड टेस्ट आपके रक्त में इस ड्रग की मात्रा की पहचान करता है।